दिल्ली के मेयर सरदार राजा इकबाल सिंह ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दिल्ली नगर निगम की विशेष बैठक के दौरान 12 विशेष समितियों और 11 तदर्थ समितियों के सदस्यों का चुनाव पूरा कर लिया गया. इस प्रक्रिया में सभी नामांकन वैध घोषित किए गए.
मेयर ने बताया कि नेता सदन ने सदन के समक्ष शिक्षा समिति के तीन सदस्यों और तदर्थ समिति (अनुसूचित जाति का कल्याण एवं उनके कोटे का कार्यान्वयन) के तीन सदस्यों के नाम प्रस्तावित किए.
हालांकि, इस दौरान AAP से सदन की कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न करने का प्रयास किया गया, जिसे लेकर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि AAP का रवैया हमेशा से यही रहा है कि नगर निगम की कार्यवाही को बाधित किया जाए, ताकि जनता के हित में होने वाले कार्यों में रुकावट डाली जा सके.
उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति कल्याण समिति का प्रस्ताव पूर्व में भी सदन में रखा गया था, लेकिन AAP ने तब भी चर्चा से बचते हुए हंगामा किया. उन्होंने AAP जिस मुद्दे पर राजनीति कर रही है, वह पूरी तरह से बेबुनियाद है.
आप ने सत्ता के केंद्रीकरण के लिए रोका समिति गठन: मेयर
मेयर नेआरोप लगाया कि पार्टी ने जानबूझकर आज की बैठक में भी हंगामा किया, ताकि मुद्दों पर चर्चा ही न हो पाए. उन्होंने सवाल उठाया कि यदि आप पार्टी को वास्तव में संवाद करना होता, तो वह शांतिपूर्वक अपनी बात रख सकती थी.
उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब AAP ढाई सालों तक नगर निगम की सत्ता में थी, तब उसने जानबूझकर विशेष और तदर्थ समितियों के गठन की अनुमति नहीं दी. उनका उद्देश्य था कि सारी सत्ता एक ही केंद्र में सिमटी रहे और अन्य जनप्रतिनिधियों को भागीदारी से दूर रखा जाए.
6 और 7 अगस्त को होंगे चुनाव
मेयर ने स्पष्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी सत्ता के विकेंद्रीकरण में विश्वास करती है, जिससे सभी स्तरों पर भागीदारी सुनिश्चित हो सके. बीजेपी ने नगर निगम की जिम्मेदारी संभालते ही समितियों के गठन की प्रक्रिया को तेज गति से शुरू किया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में मेयर ने जानकारी दी कि विशेष और तदर्थ समितियों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पदों के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 31 जुलाई तय की गई है, जबकि चुनाव 6 और 7 अगस्त को संपन्न कराए जाएंगे.
दिल्ली नगर निगम के विशेष बैठक में इन समितियों के गठन पर सहमति, कब होंगे चुनाव?
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