हिसार में लोगों ने श्रमिक कल्याण योजनाओं पर रोक हटाने की मांग की है। भवन निर्माण मजदूर संघ इंटक यूनियन की एक अहम बैठक आज उकलाना मंडी स्थित यूनियन कार्यालय में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष जोरा सिंह पाबड़ा ने की। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष धर्मबीर सिंह लोहान एवं महासचिव कृष्ण कुमार नैन विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसमें जिले की सभी तहसीलों के प्रधान व महासचिव शामिल हुए। बैठक में प्रदेश सरकार द्वारा निर्माण मजदूरों की सुविधाओं पर लगाई गई रोक के खिलाफ तीव्र आक्रोश व्यक्त किया गया। यूनियन नेताओं ने कहा कि श्रम कल्याण बोर्ड ने श्रम मंत्री अनिल विज की सिफारिश पर 10 जुलाई को निर्माण मजदूरों के पंजीकरण, काम की तस्दीक एवं सुविधा राशि जारी करने सहित सभी कल्याणकारी कार्यों पर अस्थायी रोक लगा दी है, जो पूरी तरह से मजदूर विरोधी कदम है। सरकार मजदूरों को बलि का बकरा बना रही- यूनियन
यूनियन का आरोप है कि बोर्ड में व्याप्त भ्रष्टाचार की आड़ में सरकार मजदूरों को बलि का बकरा बना रही है, जबकि दोषी अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। नेताओं ने बताया कि मजदूरों के तीन महीने पहले पूरे हो चुके आवेदन भी जांच के नाम पर रोक दिए गए हैं, जिससे हजारों श्रमिकों को उनके हक से वंचित किया जा रहा है। इंटक यूनियन ने मांग की है कि सरकार कल्याणकारी योजनाओं पर लगाई गई रोक को तुरंत वापस ले। रुकी हुई सुविधा राशि बिना शर्त जारी की जाए। रद्द किए गए पंजीकरण और आवेदन पुनः खोले जाएं। भ्रष्टाचार में संलिप्त कर्मचारियों व अधिकारियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो। पंजीकरण व तस्दीक की जिम्मेदारी यूनियन को दी जाए। यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने समय रहते समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर उकलाना मंडी तहसील प्रधान केसर गहलोत, नारनौंद प्रधान सुरेंद्र सैनी, खेड़ी चौपटा प्रधान चतर सिंह, अग्रोहा प्रधान धर्मवीर कुलेरी, आदमपुर ब्लॉक अध्यक्ष अनूप सारंगपुर, बास तहसील प्रधान रामकुमार उर्फ बिन्नी, बालसमंद प्रधान प्रदीप, महिला जिला अध्यक्ष सुनीता सिवनी, बरवाला प्रधान मीना खेदड़, प्रवीन कुमार बोस्ती, सोनू बोस्ती, फूलकुमार मिलकपुर, दलीप कोथ, राधेश्याम सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।
हिसार में लोग सरकार की नीति के खिलाफ:श्रमिक कल्याण योजनाओं पर लगी रोक हटाने की मांग, बोले-बलि का बकरा बना रही सरकार
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