अलीगढ़ में एक हफ्ते में दो प्रॉपर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या के मामले ने एक बार फिर अलीगढ़ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए है जिसको लेकर हर रोज क्राइम का ग्राफ बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. वहीं अलीगढ़ पुलिस लगातार तरह-तरह के खुलासे करने के बाद अपनी पीठ थपथपाती नजर आ रही है.
लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है लगातार बदमाशों के द्वारा ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है और अलीगढ़ पुलिस को बड़ी चुनौती दी जा रही है आज भी एक प्रॉपर्टी डीलर को बदमाशों के द्वारा अपनी गोली का शिकार बना दिया जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए फिलहाल पुलिस जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है
गोली की आवाजों से दहला शहर
अलीगढ़ के थाना हरदुआगंज क्षेत्र का कोंडरा गांव एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा. शुक्रवार सुबह करीब 9:30 बजे प्रॉपर्टी डीलर और ग्राम प्रधानी चुनाव की तैयारी कर रहे 30 वर्षीय सोनू चौधरी की बाइक सवार दो हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी. ग्राम कोंडरा निवासी सोनू चौधरी प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे और हाल ही में उन्होंने ग्राम प्रधानी का चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू की थी.
शुक्रवार सुबह वह अपनी कार से कहीं जा रहे थे. जैसे ही उन्होंने गांव की सीमा पार की, बाइक पर सवार दो अज्ञात हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने बिना कुछ बोले सीधे सोनू चौधरी की कार को निशाना बनाया और करीब 6-7 राउंड गोलियां चलाईं.
सीने और पेट में दागी गोलियां
चार गोलियां सीधे सोनू चौधरी को लगीं, जिनमें से दो सीने में और दो पेट में धंसीं. गोली लगते ही वह कार की सीट पर लहूलुहान होकर गिर पड़े. ग्रामीणों ने आनन-फानन में उन्हें मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही कोंडरा गांव में अफरा-तफरी मच गई.
सोनू चौधरी गांव में एक प्रभावशाली व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते थे और प्रधानी के चुनाव को लेकर उनकी सक्रियता पिछले कुछ महीनों से काफी बढ़ गई थी. गांव में इस वारदात के बाद दहशत का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि सोनू चौधरी को राजनीतिक रंजिश में मारा गया है. ग्रामीण ने बताया,’सोनू भाई गांव के लिए हमेशा खड़े रहते थे. उन्होंने गरीबों की मदद की और प्रधानी चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहे थे.
ग्रामीणों ने क्या कहा?
यह सब राजनीतिक दुश्मनी का नतीजा है.’वहीं, अन्य ग्रामीण ने कहा, हमलावरों ने इतनी नजदीक से फायरिंग की कि सोनू को बचने का कोई मौका ही नहीं मिला. यह एक सोची-समझी साजिश लग रही है.’घटना की सूचना पर थाना हरदुआगंज पुलिस, सीओ स्तर के अधिकारी और फॉरेंसिक टीम तुरंत मौके पर पहुंची. फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से खून के नमूने और कार से बरामद गोलियों के खोखे सील किए.
पुलिस अधिकारियों ने घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है. वहीं परिजनों का कहना है,कई वर्ष पहले सोनू के भाई की भी बदमाशों के द्वारा हत्या कर दी गई थी जिस आरोपी के द्वारा हत्या की गई थी एक बार फिर परिजनों के द्वारा उसका नाम भी इस मामले में बताया जा रहा है
पूरे मामले पर क्षेत्राधिकारी धनंजय क्या बोले
‘सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. तीन टीमें गठित कर दी गई हैं और संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा.’वहीं हत्या की चर्चा सोशल मीडिया पर भी तेजी से फैल गई. बताया जा रहा है कि सोनू चौधरी अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम के करीबी माने जाते थे. सांसद के करीबी की दिनदहाड़े हत्या ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
अलीगढ़: BJP सांसद सतीश गौतम के करीबी की हत्या, पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
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