कांगड़ा में आज धर्मशाला स्थित प्रदेश के एकमात्र राज्यस्तरीय शहीद स्मारक पर शनिवार को कारगिल विजय दिवस मनाया गया। राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल (से.नि.) धनी राम शांडिल ने की। समारोह में सेना, प्रशासन और आम जनता ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। NCC कैडेट्स ने मार्च पास्ट प्रस्तुत किया। गोरखा रेजिमेंट के बैंड की धुनों ने वातावरण को देशभक्ति से भर दिया। कार्यक्रम में कैप्टन विक्रम बत्रा की याद में विशेष श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। मंच से उनके प्रसिद्ध शब्द “ये दिल मांगे मोर” और “यहीं मारा था, यहीं मारेंगे” गूंजे। इससे उपस्थित लोगों की आंखें नम हो गईं। कैप्टन बत्रा आज भी युवाओं के प्रेरणास्रोत
वक्ताओं ने कहा कि कैप्टन बत्रा आज भी युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। कारगिल युद्ध के शहीदों के परिजनों को मंच पर शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। जब शहीद परिवारों का नाम पुकारा गया तो पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। यह क्षण देश के प्रति आस्था और कृतज्ञता का प्रतीक बन गया। स्वास्थ्य मंत्री शांडिल ने कहा कि धर्मशाला का यह शहीद स्मारक वीर सपूतों की याद दिलाता है। यह हमें आजादी और अखंडता की कीमत भी याद दिलाता है। कारगिल युद्ध हमारे जांबाज सैनिकों की अटूट देशभक्ति और शौर्य का प्रतीक है। उन्होंने शहीदों को नमन करते हुए कहा, “देश आज भी आपके बलिदान को नहीं भूला है, और कभी भूलेगा भी नहीं।”
कांगड़ा में कारगिल दिवस पर स्वास्थ्य मंत्री ने श्रद्धांजलि दी:कैप्टन विक्रम बत्रा को नमन किया, शहीदों के परिवारों का सम्मानित किया
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