दिल्ली में एक बार फिर बाढ़ संकट की आहट, सरकार की तैयारियों पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
दिल्ली में एक बार फिर यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण संभावित बाढ़ का खतरा पैदा नजर आ रहा है. जहां एक तरफ मॉनसून के चलते हरियाणा से पानी छोड़ा जा रहा है, तो दूसरी तरफ पहाड़ी क्षेत्रों में तेज़ बारिश भी यमुना के जलस्तर में लगातार वृद्धि का कारण बन रही है. ऐसे में सरकार की तैयारियों को लेकर विपक्ष ने गंभीर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली सरकार और बीजेपी दोनों को बाढ़ प्रबंधन में नाकाम बताया है और तत्काल राहत उपायों की मांग की है.
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब, कांग्रेस ने जताई चिंता
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने राजधानी में यमुना नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि पर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने बताया कि यमुना का जलस्तर 205.33 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान के बेहद करीब है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते हालात नहीं संभाले गए तो दिल्ली के निचले इलाकों में गंभीर बाढ़ की स्थिति बन सकती है.
रेखा गुप्ता और पूर्ववती केजरीवाल सरकार साधा निशाना
देवेंद्र यादव ने दिल्ली की मौजूदा रेखा गुप्ता सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह सरकार भी पूर्ववर्ती केजरीवाल सरकार की तरह बाढ़ प्रबंधन में पूरी तरह विफल साबित हो रही है. न तो सड़कों पर जलभराव से निपटने के प्रयास हो रहे हैं, न ही यमुना के जलस्तर को देखते हुए कोई ठोस योजना बनाई गई है. उन्होंने चेताया कि यदि जल्द कदम नहीं उठाए गए तो 2023 जैसी त्रासदी फिर से दोहरा सकती है.
हरियाणा से छोड़ा जा रहा पानी और पहाड़ी बारिश ने बढ़ाया संकट
देवेंद्र यादव ने बताया कि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है और पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलधार बारिश से हालात और भी भयावह हो गए हैं. उन्होंने कहा कि मजनूं का टीला, यमुना विहार, सोनिया विहार और मदनपुर खादर जैसे निचले इलाके बाढ़ के खतरे से जूझ रहे हैं, लेकिन राहत और पुनर्वास के प्रयास बेहद अव्यवस्थित और अधूरे हैं.
उन्होंने दावा किया कि जिन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, उन्हें तत्काल आर्थिक सहायता की जरूरत है क्योंकि वे अपनी आजीविका और रोजगार खो चुके हैं. लेकिन सरकारी मशीनरी पूरी तरह से नदारद है और संकट की इस घड़ी में जनता खुद को अकेला महसूस कर रही है.
यमुना से गाद नहीं हटाई गई, 2023 से कोई सबक नहीं देवेंद्र यादव ने कहा कि यमुना की डिसिल्टिंग यानी गाद निकालने का काम वर्षों से नहीं हुआ है. उन्होंने यह भी बताया कि 2023 में जलस्तर 208.6 मीटर तक पहुंच गया था, बावजूद इसके न तो कोई तैयारी की गई और न ही कोई सबक लिया गया. रेखा गुप्ता सरकार ने भी वही लापरवाही दोहराई है जो केजरीवाल सरकार के दौरान देखी गई थी.
दोनों सरकारों ने नहीं बनाई बाढ़ नियंत्रण की ठोस योजना
कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2023 की विनाशकारी बाढ़ के बावजूद दोनों सरकारें यमुना की सफाई, तटीय सुरक्षा और बाढ़ नियंत्रण को लेकर कोई दीर्घकालिक योजना नहीं बना पाईं. आज भी हालात वही हैं, बिना तैयारी, बिना समन्वय के.
इंद्रप्रस्थ बैराज का नियंत्रण हरियाणा के पास क्यों? कांग्रेस ने उठाए सवाल
यादव ने सवाल किया कि दिल्ली सरकार अब तक इंद्रप्रस्थ बैराज का नियंत्रण क्यों नहीं ले पाई, जिससे राजधानी को हर साल हरियाणा पर निर्भर रहना पड़ता है. उन्होंने कहा कि हर साल केवल कागज़ी आदेश जारी कर देना काफी नहीं है, ज़मीनी स्तर पर ठोस कार्यवाही की आवश्यकता है. इस वर्ष भी कंट्रोल रूम की कॉल्स तक रिसीव नहीं हो रही हैं.
कांग्रेस दिल्लीवासियों के साथ, हर कदम पर साथ निभाने का संकल्प
अंत मे देवेंद्र यादव ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी इस संकट की घड़ी में दिल्ली के हर नागरिक के साथ खड़ी है. पार्टी हर आवश्यक कदम उठाने को तैयार है और सरकार की हर कोताही का दृढ़ता से विरोध करती रहेगी.
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