संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार (26 जुलाई 2025) को विपक्ष को चेतावनी देते हुए कि बार-बार सदन की कार्यवाही बाधित करने पर सरकार से सवाल पूछने का अवसर छीन जाता है. उन्होंने कहा कि इससे लोकतंत्र में उनकी अपनी भूमिका कमजोर होती है. विपक्ष लागतार बिहार में जारी SIR और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग कर रहा है.
सरकार से ज्यादा नुकसान विपक्ष का- किरेन रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सदन की कार्यवाही बाधति होने पर कठिन सवाल नहीं उठाए जाते. उन्होंने कहा, “जब संसद नहीं चलती तो अधिकारी राहत महसूस करते हैं क्योंकि वे पूछताछ से बच जाते हैं. संसद में सरकार को जवाबदेह ठहराया जा सकता है. जब सदन चलता है तो मंत्रियों को कठिन प्रश्नों का सामना करना पड़ता है. जब सदन कुछ ही मिनटों में स्थगित हो जाता है तो वे प्रश्न भी नहीं उठाए जाते. संसद की कार्यवाही बाधित होने पर सरकार से ज्यादा नुकसान विपक्ष का होता है.”
‘विपक्ष अपनी भूमिका को कमजोर कर रहा’
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा, “जो लोग सदन को बाधित करते हैं, उन्हें लगता है कि वे सरकार को नुकसान पहुंचा रहे हैं, लेकिन सच तो यह है कि वे लोकतंत्र में अपनी भूमिका को कमजोर कर रहे हैं. किसी भी लोकतंत्र में सरकार को संसद के माध्यम से जनता को जवाबदेह होना चाहिए इसीलिए सदन को चलने देना एक कार्यशील लोकतंत्र के लिए आवश्यक है.”
‘सोशल मीडिया ने बदल दिया खेल’
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे नेताओं को इतना सम्मान प्राप्त था कि संसद बोलने से पहले वे भी दो बार सोचते थे. उस समय हम बोलने से पहले दो बार सोचते थे क्योंकि दिग्गज लोग सुन रहे होते थे. अब तो पहले दिन से ही कार्यवाही बाधित किए जाने लगे हैं. शायद सोशल मीडिया ने खेल बदल दिया है.”
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संसद में गतिरोध पर किरेन रिजिजू का विपक्ष से सवाल, बोले- सत्र स्थगित होता रहेगा तो कड़े सवाल कैसे पूछे जाएंगे?
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