पलवल में फायरिंग कर हमला करने के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। सीआईए टीम ने इन आरोपियों को हिरासत में लिया है। यमुना नदी से अवैध रेत खनन के विरोध में कार्रवाई करने वाले निजी माइनिंग कंपनी के कर्मचारी पर गोली चलाई थी। सीआईए प्रभारी दीपक गुलिया ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। घटना 22 जुलाई की है जब घोड़ी गांव निवासी देवी सिंह, जो एमएम ट्रेडर्स माइनिंग कंपनी में कार्यरत हैं, ने अपने स्टाफ के साथ मिलकर रात करीब ढाई बजे घोड़ी गांव के बस अड्डे पर अवैध रेत से लदे एक ट्रक को पकड़ा था। उन्होंने इस ट्रक को पुलिस के हवाले कर दिया था। इसके बाद गुरुवाड़ी के रहने वाले बंटी सरपंच ने देवी सिंह को फोन कर धमकी दी। उसी दिन शाम करीब साढ़े आठ बजे, दो बाइकों पर छह युवक देवी सिंह के घर पहुंचे। इनमें बंटी सरपंच भी शामिल था, जबकि अन्य लोगों ने अपने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था। कान के पास से निकल गोली
सभी हमलावरों के हाथों में हथियार थे। बंटी सरपंच ने देवी सिंह पर गोली चलाई, जो उनके कान के पास से निकल गई। अन्य युवकों ने भी फायरिंग की और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। चांदहट थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर नामजद समेत अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या का प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। सीआईए की टीम ने मुख्य आरोपी बंटी सरपंच को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सीआईए प्रभारी ने बताया कि अब टीम ने इस मामले में फरार चल रहे घोड़ी गांव निवासी गौरव, सेक्टर-दो पलवल निवासी प्रिंस और असावटा गांव निवासी पुष्पेंद्र उर्फ भोलू को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से वारदात में प्रयुक्त किए हथियार व वाहन बरामद करने के लिए अदालत में पेश कर तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। आरोपियों से उनके अन्य साथियों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी।
पलवल में कर्मचारी को गोली मारने वाले 3 गिरफ्तार:अवैध रेत खनन रोकने पर की थी फायरिंग, मुख्य आरोपी पहले पकड़ा जा चुका
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