गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने जन शिकायतों के त्वरित निपटान के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। शनिवार को वर्चुअल माध्यम से आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि नागरिकों की शिकायतों को प्राथमिकता और गंभीरता से लिया जाए। आयुक्त ने सभी संयुक्त आयुक्त और कार्यकारी अभियंताओं को विशेष रूप से पुरानी लंबित और दोबारा खोली गई शिकायतों पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि शिकायतों की अनदेखी या अनावश्यक विलंब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हर बुधवार को शिकायतों की समीक्षा करेंगे आयुक्त दहिया ने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक अधिकारी को हर दिन सुबह 11 बजे से पहले उन्हें पेंडेंसी रिपोर्ट अनिवार्य रूप से भेजनी होगी। वे स्वयं हर बुधवार को शिकायतों की समीक्षा करेंगे। इससे समाधान प्रक्रिया में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित होगा। इसके अलावा, शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय में होने वाली समीक्षा बैठक में सभी कार्यकारी अभियंताओं की भौतिक उपस्थिति अनिवार्य की गई है। यह कदम जमीनी स्तर पर कार्यों की प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करेगा। फीडबैक पर तत्काल होगी कार्रवाई निगमायुक्त के इस प्रयास से स्पष्ट है कि वे गुरुग्राम के नागरिकों को उत्तरदायी और प्रभावी शहरी प्रशासन उपलब्ध कराना चाहते हैं। समाधान शिविरों और जनसंवाद कार्यक्रमों से प्राप्त फीडबैक पर अब तत्काल कार्रवाई की जाएगी। इन कदमों से नागरिकों की शिकायतों का शीघ्र समाधान होने की उम्मीद है। इससे शहर में प्रशासनिक कार्यप्रणाली में भरोसा और पारदर्शिता दोनों बढ़ेगी।
गुरुग्राम में जन शिकायतों के निपटान के निर्देश:शिकायतों पर रोज सुबह 11 बजे तक भेजनी होगी रिपोर्ट, बुधवार को होगी समीक्षा
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