स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम ने शहर में चल रहे अवैध लिंग जांच एवं गर्भपात गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ संदीप कुमार, डॉ आकृति हुड्डा , डॉ हर्षदीप एवं विनोद कुमार की टीम ने इस गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए एक मिथ्या ग्राहक को तैयार किया जो कि चार महीने की गर्भवती है। इस ग्राहक ने पीएनडीटी टीम के कहने पर डॉ हेमलता को फोन किया और कहा कि उसको पहले तीन लड़कियां हैं और उसको अब लड़का चाहिए आपसे अल्ट्रासाउंड जांच करवानी है। कुछ देर बातचीत के बाद डॉ हेमलता ने मिथ्या ग्राहक के साथ 55000 रु में लिंग जांच का सौदा तय किया और उसको पैसे लेकर अपने घर शिव कॉलोनी नजदीक बेरी गेट झज्जर बुलाया। पीएनडीटी टीम ने मिथ्या ग्राहक को 55000 रुपए देकर हेमलता के घर भेजा। एक सप्ताह तक नकली ग्राहक को मना किया पैसे लेने के बाद हेमलता ने कहा कि तुम्हारा अल्ट्रासाउंड कल रात 8 बजे होगा आ जाना। इसके बाद 18 जुलाई को हेमलता ने फोन करके कहा कि अल्ट्रासाउंड आज नहीं कल होगा। फिर 19 ओर 20 जुलाई को भी मना किया ओर 22 जुलाई को बुलाया, 22 जुलाई को फिर से मना किया ओर 24 जुलाई को बुलाया। 24 जुलाई को कहा कि 25 जुलाई को रात साढ़े सात बजे आ जाना अल्ट्रासाउंड हो जाएगा। नकली ग्राहक को बताया पेट में लड़की इस तरह एक सप्ताह चक्कर कटवाने के बाद आखिरकार 25 जुलाई को डॉ हेमलता ने मिथ्या ग्राहक का अपने निजी क्लीनिक पर आशीष सैनी उर्फ सुरेश नाम के व्यक्ति से अवैध लिंग जांच करवाया जो नांगलोई से पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन झज्जर लेकर आता है। अशीष सैनी और हेमलता ने मिथ्या ग्राहक को बताया कि पेट में लड़की है और वे इसकी सफाई कर देंगे जिसके 25000 रुपए लगेंगे। फिर हेमलता ने स्कूटी पर अपने बेटे विक्रम को बुलाया और उसकी मदद से मिथ्या ग्राहक को अपने घर ले आई। मिथ्या ग्राहक ने घर के पास खड़े पीएनडीटी टीम के सदस्यों को हाथ से इशारा किया। मशीन के साथ फरार हुआ एक आरोपी छानबीन के दौरान टीम को हेमलता के घर से गर्भपात की दवाइयां और औजार मिले। फिर टीम हेमलता और मिथ्या ग्राहक के साथ संगम क्लीनिक आई लेकिन तब तक अवैध अल्ट्रासाउंड करने वाला व्यक्ति मशीन के साथ फरार हो चुका था। पीएनडीटी टीम ने डॉ हेमलता, विक्रम एवं आशीष सैनी उर्फ सुरेश के खिलाफ पीसी पीएनडीटी, एम टी पी एवं भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया है।
झज्जर में अवैध लिंग जांच का भंडा फोड़:बीएएमएस डॉक्टर बताकर महिला चला रही थी अवैध क्लिनिक
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