मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज (28 जुलाई) से शुरू हो रहा है और इसके हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं. रविवार (27 जुलाई) को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार को भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महिला अत्याचार, आदिवासी जमीन बेदखली जैसे मुद्दों पर घेरने की रणनीति बनाई.
सिंघार का दावा है कि कांग्रेस ऐसे जनहित से जुड़े सवाल उठाएगी जिनका जवाब सरकार के पास नहीं होगा, वहीं BJP ने विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने की तैयारी जताई है. सत्र 8 अगस्त तक चलेगा.
विपक्ष की रणनीति क्या है?
रविवार शाम भोपाल के होटल पलाश में कांग्रेस विधायक दल की बैठक आयोजित हुई. पीटीआई के रिपोर्टस के अनुसार, बैठक में तय किया गया कि विपक्ष मुख्य रूप से राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार, आदिवासियों की जमीन पर कब्जा, महिलाओं पर अत्याचार, बेरोजगारी और भर्ती घोटालों जैसे मुद्दों पर सरकार को कटघरे में खड़ा करेगा.
उमंग सिंघार ने कहा, “हम मजबूती से जनता की आवाज को सदन में उठाएंगे. सरकार की वादाखिलाफी, फर्जी मुकदमे और विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिशों को उजागर करेंगे.”
बीजेरी सरकार पर साधे जाएंगे सीधे आरोप
उमंग सिंघार ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार जनता के मुद्दों से भाग रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार घोटालों पर कार्रवाई करने के बजाय जनहित के मुद्दों से ध्यान भटकाने में जुटी है. कांग्रेस ने साफ किया कि उसके सभी विधायक निडरता और मजबूती से विधानसभा में जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाएंगे.
स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर ने लिया सत्र की व्यवस्था का जायजा
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सत्र से पहले विधानसभा परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. बीजेपी की ओर से कहा गया कि विपक्ष द्वारा उठाए गए हर सवाल का तथ्यों के साथ माकूल जवाब दिया जाएगा. सत्र में कानून व्यवस्था, प्रशासनिक मुद्दों और राज्य के विकास कार्यों पर भी चर्चा की जाएगी.
आज से एमपी विधानसभा के मानसून सत्र का आगाज, सरकार को इन मुद्दों पर घेरेगी कांग्रेस, हंगामे के आसार!
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