केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा स्थगित होने के बाद कहा कि विपक्ष नई मांग लेकर आ गया. मॉनसून सत्र के छठे दिन भी विपक्ष ने हंगामा किया.
केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने विपक्ष के हंगामे को लेकर कहा, ”संसद में सभी ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए तैयार थे. सभी पार्टियों का मत था कि आज (सोमवार, 28 जुलाई) दोपहर 12.15 बजे चर्चा शुरू हो, लेकिन उससे 10 मिनट पहले विपक्ष नया मुद्दा लेकर आ गया. विपक्ष का कहना था कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से पहले अश्वासन दे कि इसके बाद SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) पर चर्चा होगी. संसद ऐसे नहीं चलती है. संसद में हम लोग एक-दूसरे की बात को सुनकर फिर निर्णय लेते हैं.”
रिजिजू ने सवाल किया कि अब कांग्रेस और विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से क्यों भाग रहे हैं? उन्होंने कहा, ”अब नई शर्त नहीं चलेगी. रक्षा मंत्री (राजनाथ सिंह) चर्चा शुरू करेंगे. कोई विपक्षी दल पाकिस्तान की भाषा नहीं बोले.” रिजिजू ने कहा, ”ऑपरेशन सिंदूर पर आज चर्चा शुरू हो रही है…जब रावण ने लक्ष्मण रेखा पार की, तो लंका जल गई. जब पाकिस्तान ने भारत द्वारा खींची गई लाल रेखा पार की, तो उसके आतंकवादी शिविरों को आग का सामना करना पड़ा.”
‘पाकिस्तान की भाषा न बोलें…’, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने किसे दे दी चेतावनी
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