Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में बंदरों और लंगूरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं. शहर के अलग-अलग इलाकों में हमलावर बंदरों ने कई लोगों को घायल भी किया है, जिसके कारण पेरेंट्स ने छोटे बच्चों को स्कूल भेजना तक बंद कर दिया है.
एक गंभीर घटना में नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL) अमलोरी परियोजना में कार्यरत कर्मचारी विनय सिंह पर उनके आवास के बाहर बंदरों ने हमला कर दिया, जिससे उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई. गंभीर हालत में उन्हें स्थनीय अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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शहरी और गांव के इलाकों में बंदरों का आतंक
बता दें बाद में बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया. लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते स्थानीय लोगों ने वन विभाग और जिला प्रशासन को शिकायत की. लोगों की शिकायतों के बाद बंदरों को पकड़ने का प्लान बनाना शुरू कर दिया है. सिंगरौली जिले में बंदरों का आतंक लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है. खासकर शहरी और गांव के इलाकों में बंदरों के झुंड आए दिन लोगों पर हमला कर रहे हैं, जिससे लोग बहुत बुरी तरह दहशत में हैं.
बंदरों को पकड़ने की योजना बनाना शुरू
सिंगरौली जिला प्रशासन और वन विभाग ने बंदरों को पकड़ने की योजना बनाना शुरू कर दिया है. हालांकि, अभी तक कोई ठोस कोर्रवाई की जानकारी नहीं मिली है. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वे बंदरों को पकड़कर जंगल में सुरक्षित छोड़ने की प्रक्रिया शुरू करेंगे. इसके लिए पिंजरे लगाने और एक्सपर्ट की मदद लेने की योजना है. मध्यप्रदेश के अन्य जिलों में भी बंदरों के आतंक से निपटने के लिए वन विभाग ने समान कदम उठाए है.