जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए जवाबदेही तय करने की मांग करते हुए कांग्रेस ने मंगलवार (29 जुलाई, 2025) को सवाल किया कि अगर देश में आतंकी ढांचा काफी हद तक नष्ट हो चुका है तो फिर पहलगाम हमला कैसे हुआ?
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सदन में पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल एवं निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि सरकार को आतंकवादी हमले रोकने में ‘चूक’ और ‘विफलता’ स्वीकार करनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि हमले को लेकर जवाबदेही तय की जानी चाहिए और पहलगाम हमले के लिए जो भी जिम्मेदार हो, उसे इस्तीफा देना चाहिए.
पीएम की पाकिस्तान यात्रा पर कसा तंज
खरगे ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की 2015 की उस पाकिस्तान यात्रा पर तंज कसा, जो पूर्व निर्धारित नहीं थी. उन्होंने कहा, ‘आप पाकिस्तान पर सख्त कार्रवाई की बात कर रहे हैं, लेकिन हमें यह भी याद है कि आप अचानक बिना किसी पूर्व घोषणा के लाहौर पहुंच गए थे.’
उन्होंने कहा, ‘आप कहते हैं कि देश में आतंकी ढांचे को काफी हद तक नष्ट कर दिया गया है. अगर ऐसा है तो फिर 26 लोगों की जान लेने वाला पहलगाम हमला कैसे हो गया?’ उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह देश को स्पष्ट रूप से बताए कि इतनी बड़ी सुरक्षा चूक कैसे हुई.
बिहार चुनाव को लेकर भी कही ये बात
कांग्रेस अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष खरगे ने मोदी सरकार पर अहंकारी होने और विपक्ष के पत्रों का जवाब न देने का भी आरोप लगाया. खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री को ऑपरेशन सिंदूर के बाद बिहार में चुनाव प्रचार के बजाय सर्वदलीय बैठक में होना चाहिए था.
ये भी पढ़ें:- ‘सरकार के भरोसे पहलगाम गए थे लोग, हमले की जिम्मेदारी किसकी?’, संसद में प्रियंका गांधी ने उठाया सुरक्षा में चूक का मुद्दा
‘अगर देश में आतंकी ढांचा खत्म तो कैसे हुआ पहलगाम हमला?’, मल्लिकार्जुन खरगे का सरकार पर वार
2