पंजाब के लुधियाना में आज डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के बाहर अपनी बेटी का शव लेकर एक पिता पहुंचा। पिता का आरोप है कि पुलिस ने उसे बेवजह घर से उठा लिया। पुलिस ने उसे 3 दिन थाना में बंद रखा। इस बीच घर पर उसकी बेटी काफी बीमार थी जिसकी वह दवा नहीं करवा सका। मृतक बच्ची की पहचान अनन्या के रूप में हुई है। 9 वर्षीय बच्ची तीसरी कक्षा में पढ़ती थी। परिवार द्वारा डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के बाहर शव रखने की सूचना मिलते ही संबंधित थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। युवक और लड़की को भगाने के शक में पुलिस ने पकड़ा जानकारी देते हुए अनन्या के पिता बेचे लाल ने कहा कि वह रिक्शा चलाने का काम करता है। उसके गांव का युवक सन्नी उसकी पहचान में है। सन्नी ने करीब 15 दिन पहले सविता नाम की लड़की को उसके घर से भगाया है। पुलिस ने इसी शक में उसे उसके घर से बेटी के सामने पकड़ लिया। उसकी बेटी पहले से बीमार थी। पुलिस ने बेटी के सामने उसे हिरासत में लिया जिस कारण वह सहम गई। थाना में बंद होने के कारण वह अपनी बेटी की दवा नहीं करवा सका। मंगलवार शाम को पुलिस ने उसे छोड़ा लेकिन तब तक उसकी बेटी की मौत हो चुकी थी। आज वह पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ रोष प्रकट करने डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के बाहर बेटी की शव लेकर पहुंचा है। अनन्या उसकी इकलौती बेटी थी। अब उसके परिवार में सिर्फ एक बेटा बचा है। उधर, थाना हैबोवाल के एसएचओ के गनमैन ने उनका फोन उठाया और कहा कि अभी एसएचओ व्यस्त है। फ्री होकर वह खुद ही बात कर लेंगे।
लुधियाना में डी.सी दफ्तर के बाहर प्रोटेस्ट:पिता बोला-रिश्तेदार भगाकर ले गया था युवती को,पुलिस ने मुझे घर से उठाया,बीमार बेटी की हुई मौत
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