डबवाली में 52 दिनों से धरने पर सफाई कर्मचारी:ठेकेदार की नौकरी से हटाने की धमकी, इनेलो नेताओं को सौंपा ज्ञापन

by Carbonmedia
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सिरसा जिले के डबवाली में ठेका प्रथा के सफाई कर्मचारी पिछले 52 दिनों से एसडीएम कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। नगर परिषद और स्थानीय प्रशासन द्वारा उनकी मांगों पर ध्यान न देने के कारण, कर्मचारियों ने अब इनेलो पार्टी का दरवाजा खटखटाया है। इनेलो कार्यालय में पार्टी के शहरी प्रधान लवली मेहता और मीडिया प्रभारी सुखविंद्र सूर्या ने सफाई कर्मचारियों से ज्ञापन प्राप्त किया। इनेलो सुप्रीमो के समक्ष रखेंगे मांग दोनों नेताओं ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को इनेलो सुप्रीमो अभय सिंह चौटाला के संज्ञान में लाया जाएगा। मेहता और सूर्या ने कर्मचारियों से वादा किया कि उनकी मांगों को पूरा कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। सफाई कर्मचारियों का कहना है कि नगर परिषद और प्रशासन की उपेक्षा के कारण वे इनेलो सुप्रीमो की शरण में जाने को मजबूर हुए हैं। लंबे समय से चल रहे इस धरने के बावजूद अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। कर्मचारियों की उम्मीद है कि इनेलो पार्टी के माध्यम से उनकी आवाज सरकार तक पहुंचेगी और उनकी समस्याओं का समाधान होगा। ठेकेदार ने नौकरी से निकालने की दी धमकी ज्ञापन में नगर परिषद डबवाली अधीन ठेका प्रथा पर कार्यरत सफाई कर्मचारियों व ड्राइवर के तौर पर नियुक्त कर्मचारियों प्रधान अमित कुमार, उपप्रधान सपना वाल्मीकि, गुरदीप, दीपक, राधेश्याम, सुखचैन, आरती व अन्य ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए बताया कि वे ठेका प्रथा के तहत 22 मार्च 2020 से कचरा गाड़ी ड्राइवर अथवा सफाई कर्मचारी के तौर पर कार्यरत हैं। 23 मई 2025 को उन्होंने एस.डी.एम. डबवाली को ठेकेदार के खिलाफ वेतन वृद्धि के लिए एक प्रार्थना पत्र दिया था, जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके बजाय, उन्हें ठेकेदार द्वारा नौकरी से निकालने की धमकी दी गई। दो टाइम डयूटी पर बुलाया जा रहा कर्मचारियों ने कहा कि अन्य शहरों में 8 घंटे की ड्यूटी होती है, जबकि डबवाली में उन्हें दो टाइम ड्यूटी पर बुलाया गया और रविवार को भी छुट्टी नहीं दी गई, उन्हें वेतन भी पूरा नहीं दिया गया। इसलिए वे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं और कोई भी अधिकारी उनकी सुनवाई को तैयार नहीं है। सफाई कर्मचारियों की मुख्य मांगें उन्होंने मांग की कि भविष्य में सरकार सफाई का ठेका न दे और खुद ही डीसी रेट पर सफाई कर्मचारी रखे, ताकि उनका शोषण न हो। कर्मचारियों की अन्य मांगों में सेलरी वर्क ऑर्डर के मुताबिक, साप्ताहिक छुट्टी, 8 घंटे की ड्यूटी, गाड़ी चालकों की सुरक्षा और दुर्घटना होने पर जिम्मेदारी, पहचान पत्र जारी करना, ठेकेदार द्वारा हटाने की धमकी न देना, वेतन समय पर देना और गाड़ियों का रखरखाव कंपनी द्वारा करवाना शामिल है। कर्मचारियों के बुनियादी अधिकार-इनेलो हलका प्रधान साथ ही कर्मचारी नगर परिषद के अधीन रखने की मांग कर रहे हैं, ताकि उनकी स्थिति स्थायी हो सके। सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर इनेलो के हलका प्रधान विनोद अरोड़ा ने कहा कि मांगों को सुनकर स्पष्ट होता है कि ये कोई असाधारण मांगें नहीं हैं, बल्कि उनके बुनियादी अधिकार हैं, जिनसे उन्हें वंचित किया जा रहा है। कर्मचारी अपनी आजीविका के लिए संघर्ष कर रहे हैं। नगरपरिषद व प्रशासन के अधिकारियों ने उनके प्रति अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिया है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही पूरा मामला चौ. अभय सिंह चौटाला के ध्यान में लाएंगे और सफाई कर्मियों की मांगों को पूरा करवाने का प्रयास किया जाएगा।

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