फाजिल्का में आज एक नवजात बच्चे और एक महिला के शव का 72 घंटे बाद भी पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने दोनों शवों को नर सेवा नारायण सेवा समिति के हवाले कर दिया। समिति ने दोनों का हिंदू रीति-रिवाजों से अंतिम संस्कार किया। जानकारी के अनुसार, करीब चार दिन पहले अबोहर के डंगरखेड़ा माइनर में एक नवजात बच्चे का शव मिला था। नर सेवा समिति के सदस्यों ने शव को पहचान के लिए पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया था। पुलिस ने इस मामले में महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया था। नवजात लड़के को हिंदू रीति-रिवाजों के साथ दफन किया
72 घंटों तक पहचान न होने पर पुलिस ने शव को संस्था के हवाले कर दिया। संस्था ने नवजात लड़के को हिंदू रीति-रिवाजों के साथ शिवपुरी में दफना दिया। इसी दौरान चार दिन पहले गांव केराखेड़ा के पास नहर से एक 35 वर्षीय महिला का शव भी मिला था। महिला ने संतरी सूट पहना था और उसके हाथ पर टैटू भी बना था। लेकिन 72 घंटों तक कोई पहचान न होने पर पुलिस ने दाह संस्कार के लिए शव संस्था के हवाले कर दिया। समिति के सदस्यों ने फाजिल्का रोड शिवपुरी में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। नर सेवा नारायण सेवा समिति के राजू चराया ने इस मामले में पुलिस के असहयोग पर रोष जताया है। उल्लेखनीय है कि एक अन्य मामले में एक लावारिस व्यक्ति की डेडबॉडी पिछले 7 दिनों से अस्पताल में पड़ी है, जिसका पुलिस ने अभी तक पोस्टमॉर्टम नहीं करवाया है।
फाजिल्का में नवजात और महिला का अंतिम संस्कार:72 घंटे बाद भी नहीं हो सकी पहचान, माइनर में मिला था नवजात
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