रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में भर्ती प्रक्रिया पर एक बार फिर सरकार ने रोक लगा दी है। भर्ती प्रक्रिया के दौरान डीन पर धांधली करने के आरोप लगे है, जिसके चलते सीएम के ओएसडी ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से तुरंत भर्तियों पर रोक लगाने के आदेश दिए है। इसके बाद से युवाओं का प्रोफेसर लगने का सपना एक बार फिर टूटता नजर आ रहा है। महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में भर्ती के लिए जनवरी 2014 में खाली पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था, जिसके बाद भर्ती पर रोक लगा दी थी। बाद में सरकार से अनुमति मिलने के बाद भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। अब भर्ती प्रक्रिया के दौरान इंटरव्यू लिए जा रहे थे, लेकिन इंटरव्यू के दौरान धांधली के आरोप लगे तो सरकार ने फिर से भर्ती पर रोक लगा दी है। 2013 से लेकर अब तक नहीं हुई नियमित भर्ती एमडीयू में आखिरी बाद नियमित भर्ती 2013 में पूर्व की भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में हुई थी यानि कांग्रेस सरकार में आखिरी भर्ती हुई। इसके बाद 12 वर्ष बीत गए, लेकिन एक भी नियमित भर्ती पूरी नहीं हुई। हालांकि 2016 में पूर्व वीसी बीके पूनिया ने 20 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था, लेकिन हाई कोर्ट के स्टे की वजह से भर्ती नहीं हो सकी। नवंबर 2023 में मनोहर सरकार ने भी खाली पदों को भरने की अनुमति दी और जनवरी 2024 में विज्ञापन जारी हुआ, लेकिन आज तक भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। ऐसे में एमडीयू की ए प्लस ग्रेड पर भी संकट के बादल मंडराने लगे है। एमडीयू में 408 स्वीकृत पद, 221 पद खाली एमडीयू में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और सहायक प्रोफेसर के 408 पद स्वीकृत हैं। ये सभी पद बजट मंजूरशुदा हैं। इनमें से 187 पद ही भरे हुए हैं और 221 पद लम्बे समय से खाली पड़े हैं। अहम बात यह है कि 2013 के बाद ये यूनिवर्सिटी में नियमित भर्ती ही नहीं हुई। मौजूदा सरकार से अनुमति मिलने के बाद 153 पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही थी, जिसे अब रोक दिया है। मौजूदा भाजपा सरकार अपने करीब 11 वर्षों के कार्यकाल में एक बार भी भर्ती नहीं कर पाई है। एमडीयू के कई विभागों में नहीं फैकल्टी एमडीयू के कई विभागों में स्टाफ की कमी है। इनमें हिस्ट्री के 8 पद स्वीकृत है, जो सभी खाली है। म्यूजिक विषय के चार व समाजशास्त्र विभाग की सभी 7 पोस्ट खाली है। डिफेंस स्टडी के चार पद स्वीकृत है, जिनमें से एक ही पद भरा है। कैमिस्ट्री के 23 पदों में से 6 पद ही भरे हुए है, जबकि 17 पद रिक्त है। लॉ विभाग में 13 पद रिक्त है। बिना फैकल्टी के छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाकर सरकार ने सही निर्णय लिया एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स के प्रदेश अध्यक्ष दीपक धनखड़ ने कहा कि एमडीयू में भर्ती प्रक्रिया में बहुत बड़े लेवल पर धांधली हो रही थी। समय रहते सरकार ने इस भर्ती प्रकिया पर रोक लगाकर सही निर्णय लिया है। सरकार निष्पक्ष तरीके से बिना खर्ची पर्ची के भर्ती को दोबारा करवाए, ताकि एमडीयू में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को परेशानी ना हो। धांधली जैसी बात सामने आई तो करेंगे जांच एमडीयू वीसी प्रो. राजबीर लोहान ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया चलती रहती है और अगर धांधली जैसी कोई बात सामने आई तो जांच करेंगे। इन पदों को भरने का काम हरियाणा सरकार करेगी। यह बात सही है कि पद खाली है, लेकिन सरकार के साथ बात की जाएगी और इस मामले का समाधान करवाया जाएगा। आवेदकों की उम्मीद नहीं टूटी है, इस पर काम करेंगे और भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी करवाने का प्रयास रहेगा।
रोहतक एमडीयू में भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक:डीन पर लगे धांधली के आरोप, सरकार ने जारी किया पत्र, ग्रेडिंग पर संकट
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