2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में करीब तीन महीने रह गए हैं. इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मास्टरप्लान सामने आने लगा है. एक के बाद एक बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं. चुनाव से पहले जनता के फायदे वाले ऐलान के क्या मायने हैं? क्या नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को चुनाव में चित करने की मुख्यमंत्री ने तैयारी शुरू कर दी है?
बीते करीब दो महीने में नीतीश कुमार ने हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए कई घोषणाएं की हैं. चाहे रोजगार की बता कर लें, महिला उत्थान की बात कर लें, दलितों के सम्मान की बात कर लें, पत्रकारों की बात कर लें, यानी हर वर्ग को उन्होंने छूने का प्रयास किया है. घोषणाओं से विपक्ष को बड़ा झटका लगा है.
हाल के दिनों की घोषणाओं पर एक नजर डालें
1) सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत राशि बढ़ाई गई है. इसके तहत सभी वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को हर महीने 400 की जगह 1100 रुपये दिए जाएंगे.
2) जीविका परियोजना के तहत स्वयं सहायता समूहों को 3 लाख रुपये से ज्यादा के बैंक ऋण पर अब सिर्फ 7 प्रतिशत ब्याज देना होगा. पहले 3 लाख रुपये से ज्यादा के ऋण पर 10 प्रतिशत ब्याज देना पड़ता था.
3) नीतीश कुमार ने युवा आयोग का गठन किया है. इसमें एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष और सात सदस्य होंगे, जिनकी अधिकतम उम्र सीमा 45 वर्ष तक होगी. आयोग इस बात की निगरानी करेगा कि राज्य के स्थानीय युवाओं को राज्य के भीतर निजी क्षेत्र के रोजगारों में प्राथमिकता मिले, साथ ही राज्य के बाहर अध्ययन करने वाले और काम करने वाले युवाओं के हितों की भी रक्षा हो.
4) अगले पांच साल में (2025 से 2030) एक करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए इसकी घोषणा की गई.
5) तेजस्वी यादव ने सरकार बनने पर 200 यूनिट फ्री बिजली देने की घोषणा की तो नीतीश कुमार ने 125 यूनिट बिजली फ्री कर दी.
6) बिहार में पत्रकारों का भी ख्याल रखा गया है. पत्रकार सम्मान पेंशन योजना के तहत सभी पात्र पत्रकारों को हर महीने 6 हजार की जगह अब 15 हजार रुपये देने की घोषणा की गई है. पत्रकारों की मृत्यु के बाद उनके आश्रित पति/पत्नी को जीवनपर्यन्त प्रतिमाह तीन हजार की जगह 10 हजार की पेंशन राशि दी जाएगी.
7) बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया गया है.
क्या कहते हैं राजनीतिक जानकार?
सबसे बड़ा सवाल है कि नीतीश सरकार की लगातार घोषणाओं से बिहार विधानसभा चुनाव में किसे फायदा होगा? क्या तेजस्वी के ऐलान से सीएम नीतीश घबरा गए हैं? राजनीतिक विशेषज्ञ और वरिष्ठ पत्रकार संतोष कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समझ चुके हैं कि तेजस्वी यादव उन्हें कमजोर कर सकते हैं.
सरकार की घोषणाओं को लेकर संतोष कुमार कहते हैं, “निश्चित तौर पर नीतीश कुमार को फायदा हो सकता है. क्योंकि निश्चित तौर पर तेजस्वी यादव चुनाव में जनता के बीच जाएंगे तो कहेंगे कि हमारे कहने पर नीतीश कुमार ने किया तो एनडीए के नेता भी कहेंगे कि कोई घोषणा कर रहा है हम उसे पूरा कर रहे हैं. कुल मिलाकर अभी जो है इसमें नीतीश कुमार को विशेष फायदा हो सकता है.”
बता दें कि तेजस्वी यादव ने ऐलान किया है कि महागठबंधन की सरकार बनी तो 200 यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी. महिलाओं के लिए माई बहिन मान योजना की घोषणा की है. इसके तहत 2500 रुपये हर महीने दिए जाएंगे. 500 रुपये में सिलेंडर देने का वादा किया है. एक तरफ तेजस्वी घोषणा कर रहे हैं तो दूसरी ओर चुनाव से पहले नीतीश उसे पूरा करने में लगे हैं.
नीतीश कुमार ने बना लिया तेजस्वी यादव को चित करने का मास्टरप्लान! बड़ी-बड़ी घोषणाओं के क्या हैं मायने?
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