कांगड़ा में आसमानी बिजली गिरने से 120 से ज्यादा भेड़-बकरियां मर गईं। यह कहना है हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन के अध्यक्ष मनोज कुमार ठाकुर का। जिले की बोह घाटी की कनिकोट जोत धार में दो दिन पहले रात के समय आसमानी बिजली गिरी, जिसकी जानकारी अब प्रशासन को पता चली है। द्रोणेश्वर महादेव मंदिर के पास बिजली गिरी थी। घटना देर रात हुई जब भारी बारिश और तूफान के बीच आसमान से बिजली गिरी। मृत पशुओं में अधिकांश दूध देने वाली भेड़ें और कुछ छोटे मेमने भी शामिल हैं। हादसे के समय भेड़पालक अपने डेरे में सो रहे थे और भेड़-बकरियां खुले मैदान में थीं। इस हादसे में ग्राम पंचायत हार बोह के उत्तम चंद (गांव सपेरा), बुद्धि सिंह (गांव सपेड़ा, कांगड़ा) और नाथूराम (गांव भियोरा, जिला चंबा) की भेड़-बकरियां मारी गईं। नाथूराम ने बताया कि रात में बिजली गिरने के बाद सुबह उसने पास के डेरे में जाकर साथियों को जानकारी दी। जानवरों के बचाव के लिए राहत टीम भेजी
घटना की सूचना मिलते ही वेटरनरी फार्मासिस्ट हरबंस सिंह और सुरेंद्र कुमार, एनिमल हसबेंडरी अटेंडेंट केवल राम और करण सिंह की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने मृत पशुओं की गिनती कर रिपोर्ट तैयार की। स्थानीय युवाओं ने भी मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में सहयोग किया। हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन के अध्यक्ष मनोज कुमार ठाकुर ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद पीड़ादायक स्थिति है। उन्होंने कहा, “भेड़पालकों की रोजी-रोटी इन्हीं पशुओं पर निर्भर है। इतनी बड़ी संख्या में पशुओं का एक साथ मारा जाना बहुत बड़ा नुकसान है। प्रशासन की ओर से पूरी कोशिश की जाएगी कि उन्हें राहत दी जा सके।” प्रभावित भेड़पालकों ने प्रशासन से तुरंत आर्थिक सहायता की मांग की है ताकि वे फिर से अपनी आजीविका शुरू कर सकें।
हिमाचल वूल फेडरेशन बोला- कांगड़ा में 120 भेड़-बकरियां मरी:दो दिन पहले गिरी थी आसमानी बिजली, डॉक्टरों की टीम भेजी गई
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