बिहार के रास्ते नेपाल से गांजे की तस्करी, 177 किलो गांजा बरामद, 3 आरोपी गिरफ्तार

by Carbonmedia
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Delhi News: दिल्ली के द्वारका की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने की टीम ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का बड़ा भंडाफोड़ करते हुए हाई क्वालिटी का 177 किलो गांजा बरामद किया है. इस मामले में पुलिस ने कुल तीन ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है. जिनमें एक कुख्यात अपराधी भी शामिल है जो हाल ही में 10 साल की सजा काटकर अंतरिम जमानत पर बाहर आया था. 


गांजे को नेपाल से तस्करी कर बिहार बिहार के रास्ते पंजाब लाया जाता था और फिर वहां से ट्रॉली बैग में भरकर दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई किया जा रहा था. डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि एंटी-नारकोटिक्स सेल की टीम ने एक लंबी निगरानी और गुप्त सूचना के बाद यह कार्रवाई की. 


उन्होंने बताया कि, एंटी-नारकोटिक्स सेल को बिहार से ट्रेनों में ट्रॉली बैग्स में भरकर गांजा लाए जाने की सूचना मिली थी. इस इनपुट पर एंटी-नारकोटिक्स सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर सुभाष चंद के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया जिंसमें एसआई नवीन कुमार, एएसआई दिनेश कुमार, हेड कॉन्स्टेबल कुलदीप आदि शामिल थे.


पॉश इलाके में बने फ्लैट को बना रखा था गोदाम
टीम ने 23 मई 2025 को द्वारका मेट्रो स्टेशन के पास दबिश देकर एक आरोपी राजेश (50) को 6.067 किलो गांजे के साथ दबोच लिया. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि, उसने दिल्ली के पॉश इलाके विकासपुरी में एक फ्लैट किराए पर लेकर उसे गांजे का गोदाम बना रखा है. जहां छापेमारी कर पुलिस ने 168.896 किलो गांजा और बरामद किया. उसने बताया कि वह पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले कृष्णानंद चौधरी से गांजे की खेप लेता है.


नेपाल से लेकर दिल्ली तक फैला था नेटवर्क
इस पर टीम ने राजेश की निशानदेही पर पंजाब के होशियारपुर में छापेमारी कर वहां से कृष्णानंद चौधरी (49) को गिरफ्तार कर लिया. वह इस नेटवर्क का मुख्य सप्लायर है. उसने खुलासा किया कि, वह बिहार से गांजा लाकर पंजाब लाता है और फिर दिल्ली-एनसीआर में ट्रॉली बैग्स द्वारा सप्लाई करता था. आगे की पूछताछ में पुलिस को कृष्णन (32) के बारे में पता चला को लोकल सप्लायर का काम करता था. पुलिस ने उसे नजफगढ़ स्थित उसके घर से 2.033 किलो गांजे के साथ पकड़ा.


जमानत पर बाहर करने लगा नशे का कारोबार
दिल्ली के नंगली स्थित हरफूल विहार का रहने वाले राजेश पहले से एनडीपीएस एक्ट और पब्लिक ड्यूटी में बाधा डालने के कुल 5 मामलों में शामिल रह चुका है. दिल्ली के क्राइम ब्रांच, रन्होला थाना और उड़ीसा के कटक जिले में उसके खिलाफ मामले चल रहे हैं. 


2011 में एनडीपीएस एक्ट के एक मामले में उसे 10 साल की सजा और 1 लाख रुपये जुर्माना हुआ था. 2023 में वह अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आया था और फिर से नशे के कारोबार में लिप्त हो गया. इस मामले में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.

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