हरियाणा के नारनौल में गुरुग्राम विजिलेंस ने साइबर फ्रॉड के मामले में साइबर थाना गुरुग्राम को पैसे पहुंचाने वाले बिचौले को गिरफ्तार किया है। यह बिचौला नारनौल कोर्ट में एक प्रतिष्ठित वकील के यहां मुंशी का काम करता है तथा वह खुद एलएलबी भी कर रहा है। आज आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसको न्यायिक हिरासत लिया गया है। नारनौल के गांव ढाणी किरारोद के सचिन नामक व्यक्ति फोन नंबरों का इस्तेमाल एक साइबर फ्रॉड करने वाले व्यक्ति ने कर लिया। वह व्यक्ति गुरुग्राम पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उस व्यक्ति ने नारनौल निवासी सचिन का भी नाम ले दिया। जिसके बाद साइबर थाना गुरुग्राम ने सचिन को भी उक्त मामले में शामिल कर लिया तथा सचिन का नाम मामले में शामिल कर लिया। सचिन ने अपना नाम कटवाने के लिए गुरुग्राम विजिलेंस से बात की। इस पर गुरुग्राम विजिलेंस के विनोद व संदीप ने कहा कि वह नारनौल कोर्ट में एक वकील के मुंशी हिमांशु से संपर्क कर ले। जब सचिन ने हिमांशु से संपर्क किया तो हिमांशु ने कहा कि वहां पर एक लाख रुपए पहुंचाने हैं, काम हाे जाएगा। हिमांशु वकील के पास बैठने के साथ-साथ एलएलबी भी कर रहा है, मगर अभी उसका वकालात का लाइसेंस नहीं बना है। एक लाख रुपए मांगे एक लाख रुपए मांगने पर सचिन ने इसकी शिकायत गुरुग्राम विजिलेंस को कर दी। जिसके बाद गुरुग्राम विजिलेंस ने नारनौल आकर मुंशी को रंगे हाथों पकड़ लिया। पकड़ने के बाद गुरुग्राम विजिलेंस की टीम आरोपी को अपने साथ पूछताछ के लिए लेकर गई। शाम को किया कोर्ट में पेश आरोपी मुंशी को आज शाम को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसको न्यायिक हिरासत में लिया गया। वहीं उसका नागरिक अस्पताल में मेडिकल भी कराया गया। इस मामले में गुरुग्राम साइबर थाने के विनोद व संदीप को अभी विजिलेंस गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
नारनौल में विजिलेंस ने एक वकील के मुंशी को पकड़ा:बिचौलिया बनकर पहुंचा रहा था साइबर थाना गुरुग्राम रुपए, एलएलबी कर रहा
2