पंजाब के फर्द केंद्रों में काम कर रहे करीब मुलाजिमों को पिछले दो महीने से वेतन नहीं मिला। इस कारण उन्होंने आज से अनिश्चितकालीन समय तक कलम छोड़ हड़ताल शुरू कर दी है। इससे पब्लिक को अब क्यूआर कोड वाली फर्द और सेवा केंद्रों में जाना पड़ेगा। जालंधर में फर्द केंद्रों में करीब 65 मुलाजिम काम कर रहे हैं, जबकि पंजाब में 900 कर्मचारी, जिनमें जिला मैनेजर, ऑपरेटर और इंजीनियर शामिल हैं। सरकार के रवैये से नाराज होकर 3 जून से अनिश्चितकालीन कलम छोड़ हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। कर्मचारियों ने कहा कि अप्रैल और मई महीने की सैलरी नहीं मिली है और सरकार उनके भविष्य को लेकर कोई स्पष्ट फैसला नहीं ले रही है। फर्द केंद्र कर्मचारी पिछले 18 साल से राजस्व विभाग के इस प्रोजेक्ट से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने बेहद कम वेतन में दूर-दराज के गांवों में जाकर दिन-रात मेहनत कर पंजाब का जमीन रिकॉर्ड ऑनलाइन किया। कोरोनाकाल के दौरान भी जब अधिकारी घरों से काम कर रहे थे, तब यह कर्मचारी फील्ड में ड्यूटी कर रहे थे। इसके अलावा चुनाव, पीएम किसान सम्मान निधि योजना जैसी कई अतिरिक्त जिम्मेदारियां भी उन्होंने निभाईं। इसे लेकर मुलाजिमों की तरफ से एडीसी जनरल और सांसद चरणजीत सिंह चन्नी को ज्ञापन भी दिया। कर्मचारियों की पांच सदस्यीय कमेटी ने 17 मार्च और 26 मार्च को पंजाब के रेवेन्यू सेक्रेटरी और एफसीआर से मुलाकात की थी। अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उनकी सेवाएं समाप्त नहीं की जाएंगी और उनके लिए रोडमैप तैयार है। लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
आज से फर्द केंद्रों से नहीं मिलेंगी फर्दें, दो महीने का वेतन न मिलने से नाराज मुलाजिमों ने शुरू की कलम छोड़ हड़ताल
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