सोनीपत बस डिपो में वीरवार को पांच नई बसें पहुंचीं, जिससे डिपो में कुल बसों की संख्या 150 पार हो गई है। रोडवेज विभाग ने इन बसों को जल्द सड़कों पर उतारने के लिए कागजी कार्यवाही शुरू कर दी है। इन बसों के शामिल होने से यात्रियों को राहत मिलने की उम्मीद है। परिवहन मंत्री अनिल विज के निर्देशों के बाद सोनीपत बस डिपो में नई बसें भेजी जा रही हैं ताकि हर गांव तक रोडवेज बस सेवा पहुंचाई जा सके। इसी क्रम में पांच नई बसें डिपो में शामिल हुईं। विभाग ने तुरंत कागजी कार्यवाही शुरू कर दी है, ताकि ये बसें जल्द ही यात्रियों की सेवा में आ सकें। दिल्ली में बीएस-4 पर पाबंदी बनी वजह
दिल्ली में बीएस-4 श्रेणी की डीजल बसों के प्रवेश पर पाबंदी लगने के बाद से हरियाणा में नई बीएस-6 श्रेणी की बसों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। जुलाई महीने में ही सोनीपत डिपो को चार एसी बसों सहित कुल 14 नई बसें मिल चुकी हैं। पहले आई बसों की प्रक्रिया पूरी कर उन्हें लंबे रूटों पर चलाया जा रहा है। 150 से अधिक हुई बसों की संख्या
नई पांच बसों के आगमन के साथ ही सोनीपत बस डिपो में अब 150 से ज्यादा बसें विभिन्न रूटों पर दौड़ रही हैं। विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी बसें डिपो में शामिल की जाएंगी। हालांकि, चालकों और परिचालकों की कमी अभी भी चुनौती बनी हुई है। हर गांव तक पहुंचेगी रोडवेज सेवा
रोडवेज विभाग का अगला लक्ष्य हर गांव तक बस सेवा शुरू करना है। इसके लिए रूटों का सर्वे किया जा रहा है, जहां अभी तक रोडवेज की सुविधा उपलब्ध नहीं है। लंबी दूरी की नई बसें उन रूटों पर लगाई जाएंगी, जिनकी आवश्यकता अधिक है, जबकि उनके स्थान पर पुरानी बसों को ग्रामीण रूटों पर भेजा जाएगा। अधिकारियों की ओर से आश्वासन
एसएस सुरेन्द्र, सोनीपत रोडवेज डिपो के अनुसार, “नई बसों को जल्द ही कागजी प्रक्रिया पूरी करके सड़कों पर उतार दिया जाएगा। यात्रियों को बेहतर सुविधा मिले, इसके लिए विभाग पूरी गंभीरता से काम कर रहा है। लंबी दूरी के रूटों के लिए एसी बसों को शामिल किया गया है।”
सोनीपत डिपो में पांच नई बसें शामिल:गांव-गांव तक रोडवेज सेवा पहुंचाने को रोडमैप तैयार; रूटों का सर्वे जारी
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