हरियाणा के 5 जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूंह और रेवाड़ी जिलों में आज स्पेशल मॉक ड्रिल ‘सुरक्षा चक्र’ शुरू हो गई। इस अभ्यास का मकसद यह परखना है कि भूकंप, केमिकल रिसाव या किसी अन्य बड़ी आपदा की स्थिति में सरकारी और रेस्क्यू टीमें कितनी तेजी और तालमेल के साथ काम करती हैं। ड्रिल के दौरान फील्ड लेवल पर अभ्यास किया जा रहा है। सुबह 9 बजे सायरन बजते ही आपातकालीन वाहन, राहत शिविर और बचाव टीमें सक्रिय हो गईं। NDMA के मुताबिक इस ड्रिल में सेना, NDRF, सिविल डिफेंस, पुलिस, IMD, NCS और कई गैर-सरकारी संगठन भी शामिल हैं। हर जिले में पांच-पांच जगहों, स्कूल, सरकारी भवन, आवासीय क्षेत्र, अस्पताल और औद्योगिक क्षेत्र पर ये मॉक ड्रिल चल रही है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू और बचाव अभियान चला रही हैं। हरियाणा के इन जिलों को क्यों चुना गया…
दिल्ली, यूपी के अलावा हरियाणा के पांच जिलों को चुनने की सिर्फ एक वजह है। पिछले एक महीने में यहां लगातार भूकंप के झटके महसूस किए हैं। एनडीएमए के सूत्रों का कहना है कि हरियाणा में आने वाले समय में और भी भूकंप के झटके महसूस किए जा सकते हैं, जो अभी तक आए भूकंपों से अधिक शक्तिशाली हो सकते हैं। ऐसे में पहले से ही किसी भी बड़ी आपदा से निपटने के लिए ये मॉक ड्रिल जरूरी है। हरियाणा में बार-बार भूकंप क्यों?
भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक उत्तराखंड के देहरादून से लेकर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले तक जमीन के नीचे एक फॉल्ट लाइन है। इसमें जब प्लेट मूवमेंट होती है तो इसके आपस में टकराने से कंपन पैदा होता है। जिससे भूकंप के झटके महसूस होते हैं। मॉक ड्रिल से जुड़े पल-पल के अपडेट्स जानने के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए….
हरियाणा के 5 जिलों में ‘सुरक्षा चक्र’ मॉक ड्रिल शुरू:एनडीआरएफ और सेना ने संभाला मोर्चा, भूकंप और केमिकल हादसों से निपटने की तैयारी परखी
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