थारुन मन्नेपल्ली पहली बार BWF सुपर 300 के सेमीफाइनल में:75 मिनट तक चले क्वार्टर फाइनल में चीनी खिलाड़ी को हराया

by Carbonmedia
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भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी थारुन मन्नेपल्ली ने शुक्रवार को मकाऊ ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट में मेन्स सिंगल्स के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।
उन्होंने चीन के हु झे के खिलाफ कड़े मुकाबले में 21-12, 13-21, 21-18 से जीत हासिल की। यह मैच 75 मिनट तक चला। पहली बार बीडब्ल्यूएफ सुपर 300 टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचे
यह थारुन का पहला मौका है जब वे किसी बीडब्ल्यूएफ सुपर 300 टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। इससे पहले, फरवरी में वे जर्मन ओपन के क्वार्टरफाइनल तक पहुंचे थे। पहले गेम में पिछड़ने के बाद वापसी की
मैच की शुरुआत में थारुन पहले गेम में 4-7 से पीछे थे, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी की और स्कोर को 12-9 तक पहुंचाया। इसके बाद, उन्होंने लगातार छह अंक हासिल कर 15-11 से बढ़त बनाई और पहला गेम 21-12 से अपने नाम किया। दूसरे गेम में हु झे ने बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने 6-2 की बढ़त बनाई और फिर 15-6 तक स्कोर को बढ़ाया। थारुन इस गेम में वापसी नहीं कर सके और हु ने इसे 21-13 से जीत लिया। निर्णायक तीसरे गेम में थारुन ने शुरू से ही दबदबा बनाया और 5-0 की बढ़त ले ली। उन्होंने 19-15 तक अपनी बढ़त बनाए रखी। हालांकि, आखिरी पलों में मुकाबला रोमांचक हो गया जब हु ने लगातार तीन अंक हासिल किए। लेकिन थारुन ने धैर्य बनाए रखा और एक शानदार बॉडी स्मैश के साथ दो मैच पॉइंट हासिल किए। आखिरकार, उन्होंने हु के बैकहैंड कोने में सटीक पुश लगाकर 21-18 से गेम और मैच जीत लिया। शानदार प्रदर्शन का सिलसिला
थारुन ने इस टूर्नामेंट में टॉप सीड हॉन्ग कॉन्ग के ली चेउक यिउ को प्री क्वार्टरफाइनल में हराकर सबको चौंका दिया था। यह जीत उनके आत्मविश्वास को दर्शाती है। आठ साल की उम्र से बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था
तेलंगाना के खम्मम में जन्मे थारुन ने आठ साल की उम्र से बैडमिंटन खेलना शुरू किया था। दसवीं कक्षा के बाद वे हैदराबाद चले गए, जहां उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ बैडमिंटन को गंभीरता से लिया। पिछले चार सालों से वे पुलेला गोपीचंद अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी फिटनेस, फुर्ती और कोर्ट पर मूवमेंट को बेहतर करने पर खास ध्यान दिया, जिसका फायदा उन्हें इस टूर्नामेंट में मिला। राष्ट्रीय स्तर पर भी उपलब्धियां
थारुन ने 37वें राष्ट्रीय खेलों में गोल्ड मेडल जीता था, जो उनकी प्रतिभा का सबूत है। अब मकाऊ ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचकर वे एक और बड़ी उपलब्धि की ओर बढ़ रहे हैं। ______________________ स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें… शुभमन ने गावस्कर और सोबर्स का रिकॉर्ड तोड़ा:इंग्लैंड में एक सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विदेशी कप्तान बने; रन आउट भी हुए भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का पांचवां और आखिरी टेस्ट लंदन के द ओवल स्टेडियम में खेला जा रहा है। गुरुवार को मुकाबले के पहले दिन शुभमन 21 रन बनाकर रन आउट हुए। छोटी पारी के बावजूद उन्होंने सुनील गावस्कर और गैरी सोबर्स के 2 रिकॉर्ड तोड़ दिए। राहुल ने सीरीज में एक हजार गेंदें भी खेल लीं। पूरी खबर

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