कैथल में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) जींद ने बिजली बिल ठीक कराने के लिए 22 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में बिजली निगम के क्लर्क गुलाब को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एसीबी टीम कैशियर हैप्पी को भी पूछताछ के लिए साथ ले गई। यह कार्रवाई पिल्लूखेड़ा में तैनात जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सुमित कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाकर की गई। एसीबी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि गांव बालू निवासी सुनील कुमार ने शिकायत दी थी। उनके चाचा का लड़का हरदीप का बिजली मीटर अधिक बिल आने के कारण काट दिया गया था। बिल जमा कर जेब में रखे पैसे सरकारी योजना के तहत बिल ठीक करवाने के लिए एलडीसी गुलाब ने सुनील से 22 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने 30 जुलाई को पहली किस्त के रूप में 8,500 रुपए दिए थे। गुलाब ने इनमें से 3,600 रुपए का बिल जमा करके रसीद काट दी, लेकिन बाकी 4,900 रुपए अपनी जेब में रख लिए। इसके बाद, गुलाब ने बकाया 17 हजार रुपए एक अगस्त को लाने के लिए कहा था। एसीबी टीम ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष सुनील द्वारा लाए गए 17 हजार रुपए पर विशेष रंग लगाया। विजिलेंस टीम ने छापेमारी की एसीबी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि सुनील को आरोपी को पैसे देने के लिए भेजा गया। इसके बाद विजिलेंस टीम ने छापेमारी की और एलडीसी गुलाब को मौके पर पकड़ लिया। बिजली विभाग कलायत के एसडीओ अंकित के अनुसार, आरोपों की सत्यता जांच के बाद ही स्पष्ट होगी।
कैथल में बिजली निगम का क्लर्क रिश्वत लेते गिरफ्तार:कैशियर से भी पूछताछ, बिल ठीक करवाने के लिए मांगे 22 हजार
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