पानीपत में समालखा के गांव करहंस निवासी शमशेर साइबर ठगी का शिकार हो गया है। शमशेर समालखा में जिम चलाता है। उसके साथ 85 हजार रुपए की ठगी हुई है। पुलिस शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच में जुटी है। जानकारी के अनुसार 22 जुलाई को शमशेर के पास पिछले 5 साल से ऑस्ट्रेलिया में रह रहे मौसेरे भाई सतीश के नाम की फेसबुक आईडी से मैसेज आया। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई। चैटिंग के दौरान फर्जी आईडी से ठग ने शमशेर को बताया कि वह उसके खाते में 6 लाख रुपए डाल रहा है। उसने 6 लाख रुपए की पेमेंट का स्क्रीनशॉट भी भेजा और कहा कि पैसे ट्रांसफर होने में 2 दिन लगेंगे। कुछ देर बाद ही ठग ने 85 हजार रुपए की जरूरत बताते हुए मैसेज किया। उसने कहा कि यह रकम 6 लाख रुपए में से काट लेना। शमशेर ने उसकी बातों पर विश्वास कर ठग द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड पर 85 हजार रुपए भेज दिए। भाई को फोन किया तो हुआ खुलासा इसके बाद ठग ने 1 लाख 60 हजार रुपए और मांगे। तब शमशेर को शक हुआ और उसने अपने असली मौसेरे भाई सतीश को फोन किया। सतीश ने बताया कि उसने न तो पैसे मांगे हैं और न ही उसे पैसों की कोई जरूरत है। पुलिस को दी शिकायत धोखाधड़ी का एहसास होने पर शमशेर ने तुरंत 1930 पर कॉल करके साइबर कंप्लेंट दर्ज कराई। समालखा थाना पुलिस ने शमशेर की शिकायत पर अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ बीएनएस की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस द्वारा साइबर ठगी के खिलाफ चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के बावजूद लोग साइबर ठगों के जाल में फंस रहे हैं। शमशेर ने पुलिस से ठगे गए 85 हजार रुपए वापस दिलाने की गुहार लगाई है।
पानीपत में जिम ऑनर के साथ ठगी:ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भाई की बनाई फर्जी आईडी, विश्वास में लेकर मांगे पैसे
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