यमुनानगर के रादौर स्थित गांव लक्षीबांस में भीषण आग लगने से अफरा तफरी मच गई। हादसा मंगलवार तड़के ढाई बजे के करीब हुआ है। आग भूस के कूपों, उपलों और पशुओं के सूखे चारे में लगी है। देखते ही देखते आग की चपेट में 50 से भी ज्यादा कूप आ गए और जलकर राख हो गए। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गई और सुबह तक आग पर काबू पा लिया। ग्रामीणों द्वारा यह किसी शरारती तत्व की हरकत बताई जा रही है, लेकिन अभी कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। भीषण हादसे में कोई हताहत नहीं हुई, लेकिन बहुत से किसानों का नुकसान जरूर हुआ है। नींद खुली तो लपटें उठती देखीं रात के समय कुछ ग्रामीण घरों की छतों पर सोए हुए थे। ढाई बजे के आसपास नींद खुली तो देखा की आसमान में गांव के नजदीक आग की लपटें उठ रही हैं। इसकी सूचना सरपंच व अन्य ग्रामीणों को दी। सभी मौके पर पहुंचे और अपने स्तर पर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आग को काबू से बाहर होता देख फायर ब्रिगेड दफ्तर में काॅल की। कुछ ही देर में आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। कड़ी मशक्कत के बाद सुबह तक आग पर काबू पा लिया गया। पुलिस ने भी मौके पर पहुंच स्थिति जांची। 100 से ज्यादा कूप ग्रामीण सुभाष ने बताया कि इस जगह पर गांव के लोगों के 100 से भी ज्यादा कूप हैं। आग लगने से करीब 50 कूप राख हो गए हैं। बाकी कूप तक आग पहुंचने से रोकी गई। पशुओं का सूखा चारा भी जलकर राख हो गया है। इससे किसानों का काफी नुकसान हुआ है। रामप्रकाश ने बताया कि सूखा चारा और उपले पशुओं के लिए पूरे साल भर की तैयारी के रूप में इकट्ठा किए गए थे। ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। गांव में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है लेकिन नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है।
यमुनानगर में भूस के कूपों, उपलों में लगी भीषण आग:50 से ज्यादा कूज जलकर राख; तड़के तीन बजे हुई घटना; सुबह तक पाया काबू
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