ग्रेटर नोएडा शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने की दिशा में निकली ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम को अल्फा-2 सेक्टर में विरोध का सामना करना पड़ा. अवैध ठेली-पटरी हटाने पहुंची टीम के साथ स्थानीय लोगों ने बदसलूकी की, जिसके चलते बढ़ते तनाव और भीड़ के दबाव में टीम को बिना किसी कार्रवाई के वापस लौटना पड़ा.ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की यह कार्रवाई उन अवैध दुकानदारों और पटरी व्यवसायियों के खिलाफ थी, जो अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा जैसे प्रमुख सेक्टरों में बिना अनुमति अतिक्रमण कर व्यापार कर रहे हैं. इस वजह से न केवल यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है, बल्कि रहवासियों को भी आए दिन असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.
अवैध दुकानों को रेजिडेंट्स का सपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक इन अवैध दुकानों को आरडब्ल्यूए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की तरफ़ से सहयोग होना बताया जाता है, जिससे अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं. अल्फा-2 आरडब्ल्यूए अध्यक्ष की शिकायत पर प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची थी, लेकिन कार्रवाई की भनक लगते ही बड़ी संख्या में दुकानदार और स्थानीय लोग एकत्र हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. स्थिति को बिगड़ते देख पुलिस को भी बुलाना पड़ा.जानकारी के अनुसार, कुछ स्थानीय माफियाओं द्वारा अवैध वसूली के चलते यह अतिक्रमण फल-फूल रहा है. इन्हीं लोगों ने विरोध को भड़काया ताकि प्राधिकरण की कार्रवाई रुक सके.
अतिक्रमण के खिलाफ जारी रहेगा अभियान
प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक (अर्बन सर्विसेज) सन्नी यादव ने बताया कि शहर को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराने का अभियान चलाया जा रहा है. जहां भी अवैध ठेली-पटरी लगी है, वहां कार्रवाई होगी. कुछ तत्व सरकारी कार्य में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.यह घटना न केवल प्रशासनिक कार्यों में बाधा को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि स्थानीय हितों और माफिया गठजोड़ के चलते कानून व्यवस्था को चुनौती दी जा रही है. आने वाले दिनों में प्राधिकरण की अगली रणनीति पर सभी की नजरें टिकी हैं.
ग्रेटर नोएडा में अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम को स्थानीय विरोध, बिना कार्रवाई लौटी प्राधिकरण टीम
2