लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की ओर से बिहार एसआईआर को लेकर चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों पर शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिस तरह से बिहार में चल रहे पवित्र कार्यक्रम ‘एसआईआर’ का विरोध कर रहे हैं, वह आपत्तिजनक है. एक तरफ राहुल गांधी जी हाथ में संविधान की कॉपी लेकर घूमते हैं तो दूसरी तरफ संवैधानिक संस्थाओं को चुनौतियां देते हैं, उनको धमकी देते हैं. यह दोहरा मापदंड नहीं चलेगा.
संजय निरुपम ने मीडिया से बातचीत में कहा, ”राहुल गांधी जिस तरह से एसआईआर के मामले में यानी बिहार में जो मतदाता सूची का पुनरीक्षण हो रहा है, जांच हो रही है और फर्जी वोटर्स को निकालने का एक बहुत ही पवित्र काम चल रहा है, उसके खिलाफ निकलकर आए हैं, वो बहुत ही आपत्तिजनक है. उन्होंने चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था को धमकी भी दी है.”
Mumbai, Maharashtra: Reacting to Lok Sabha LoP Rahul Gandhi’s allegations against the Election Commission, Shiv Sena spokesperson Sanjay Nirupam says, “The way Rahul Gandhi has come out in opposition to the SIR matter, which is a sacred initiative underway in Bihar, is… pic.twitter.com/u8yjCU7ETA
— IANS (@ians_india) August 2, 2025
कांग्रेस की धमकी का गलत मैसेज जाएगा- संजय निरुपम
शिवसेना नेता ने हमला बोलते हुए आगे कहा, ”इस प्रकार की धमकी की भाषा का इस्तेमाल अगर कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता करेंगे तो निश्चित तौर पर इसका बहुत ही गलत मैसेज जाएगा. भारत में संविधान की जो व्यवस्था है, उसे सभी को स्वीकार करना पड़ेगा. एक तरफ राहुल गांधी जी हाथ में संविधान की कॉपी लेकर घूमते हैं तो दूसरी तरफ संवैधानिक संस्थाओं को चुनौतियां देते हैं, उनको धमकी देते हैं. यह दोहरा मापदंड नहीं चलेगा.”
‘कांग्रेस के पास वोटर्स के नाम शामिल कराने का वक्त है’
उन्होंने ये भी कहा, ”बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के बाद एक ड्राफ्ट रिपोर्ट पेश कर दी गई है. उसमें अगर कांग्रेस पार्टी को लगता है कि उनके वोटर्स के नाम हटा दिए गए हैं तो निश्चित तौर पर उनके पास एक महीने का वक्त है. उस दौरान वो अपने लोगों को फिर से मतदाता सूची में शामिल करा सकते हैं. उसके बाद अगर उनके लोगों के मतदाता सूची में नाम शामिल नहीं हो रहे हैं, जो वास्तव में वोटर्स हैं तो निश्चित तौर पर उनको राजनीतिक विरोध करने का अधिकार है, उसे कोई चुनौती नहीं देगा.”
राहुल गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को ‘वार्षिक लीगल कॉन्क्लेव’ को संबोधित करते हुए चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा, ”चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रह गई है और हमारे पास यह साबित करने के लिए पक्के सबूत हैं कि चुनावों में बड़े स्तर पर गड़बड़ियां हुई हैं.”
राहुल गांधी ने अपने भाषण में दावा किया कि कांग्रेस पार्टी के पास अब पूरे देश को दिखाने लायक सबूत हैं, जो यह साबित करते हैं कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है और चुनाव आयोग की भूमिका पूरी तरह संदिग्ध रही है.