रेवाड़ी में सरकारी अस्पताल के डॉक्टर, नर्स, लैब टैक्नीशियन सहित तमाम कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। सरकारी अस्पताल हड़ताल के दौरान टैंट गाड़कर कर्मचारियों ने एक घंटे तक जमकर नारेबाजी की। कर्मियों ने कहा कि आज केवल एक घंटे काम रोका गया है, अगर सरकार समय रहते नहीं मानी तो बड़ा आंदोलन होगा। स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार द्वारा हाजिरी के लिए जियो फेसिंग एप का इस्तेमाल जरूरी करने पर नाराजगी जताते हुए सरकार का विरोध जताया है। विरोध जताते हुए कर्मचारियों ने आज अस्पताल में एक घंटे तक काम नहीं किया और कर्मचारियों ने सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। वहीं डॉक्टर्स और कर्मचारियों का कहना है कि अब 10 अगस्त को बैठक में बड़े आंदोलन का फैसला लिया जा सकता है। जियो फेसिंग के बताए नुकसान रेवाड़ी में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने सीएमओ नरेंद्र दहिया को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने कहा कि मोबाइल उनकी निजी संपत्ति है और उसमें एप इंस्टॉल कराकर उनकी लोकेशन और निजी डेटा सरकार तक जा रहा है जो कि अधिकारों का हनन किया जा रहा है। कर्मचारियों ने कहा कि जियो फेसिंग एप के जरिए हाजिरी लगाने का विरोध जताया है और कहा कि ये उन्हें कतई मंजूर नहीं है। पहले अस्पताल में बायोमैट्रिक से हाजिरी लगती थी अब नया सिस्टम करने की क्या जरूरत है। बड़े आंदोलन की चेतावनी स्वास्थ्य कर्मियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांग को गंभीरता से नहीं लिया और फेसिंग एप की अनिवार्यता को वापस नहीं लिया तो ये तो बस विरोध की एक शुरुआत है आने वाले दिनों में वे बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। इस विरोध के तहत कर्मचारियों ने नागरिक अस्पताल परिसर में एकत्र होकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में स्वास्थ्य विभाग बीए एम एस,एन एच एम, नर्सिंग स्टाफ,लैब कर्मचारी शामिल रहे। हाे सकती है हाजिरी प्रभावित जियो फेसिंग एप के जरिए कर्मचारी जब अपने कार्यस्थल पर पहुंचते हैं तो उनकी मोबाइल लोकेशन के माध्यम से उपस्थिति दर्ज होती है। कर्मचारियों का कहना है कि यह प्रणाली न केवल उनकी निजता में हस्तक्षेप करती है बल्कि तकनीकी समस्याएं आने पर भी उनकी हाजिरी प्रभावित हो सकती है।
रेवाड़ी में डॉक्टरों व मेडिकल कर्मियों की हड़ताल:जियो फेसिंग हाजिरी का विरोध, आज एक घंटे काम बंद, आगे बड़ा आंदोलन
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