स्वास्थ्य विभाग की ओर से लागू की जा रही जिओ फेंसिंग आधारित उपस्थिति प्रणाली का विरोध बढ़ता जा रहा है। सोमवार को खांडा खेड़ी पीएचसी, सीएचसी, उप-स्वास्थ्य केंद्रों और नागरिक अस्पतालों के डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगाकर विरोध जताया और सुबह 10 से 11 बजे तक कार्य का बहिष्कार किया। इस दौरान सीएचसी खांडा खेड़ी परिसर में कर्मचारियों ने इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन स्वास्थ्य विभाग तालमेल कमेटी और सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर किया गया, जिसमें पूरे जिले की ग्रामीण व शहरी स्वास्थ्य संस्थाओं के हजारों कर्मचारियों ने भाग लिया। प्रदर्शन में ये सभी रहे शामिल प्रदर्शन में एचसीएमएस एसोसिएशन से डॉ. अंकित सिहाग, डेंटल सर्जन एसोसिएशन से डॉ. मीनाक्षी, स्वास्थ्य सुपरवाइजर संघ जिला संयोजक शुभराम पान्नू, फार्मेसी ऑफिसर समुंदर फुलिया, एमपीएचई एसोसिएशन से राज्य उपप्रधान सुदेश पुनिया, ब्लॉक प्रधान जोरावर सिवाच, ब्लॉक सचिव देवेंद्र सिवाच, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर अंजू, मनोज चहल समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे। बायोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू कर्मचारियों ने कहा कि पहले से बायोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू है, फिर थर्ड पार्टी ऐप से लोकेशन ट्रैकिंग और निजी डेटा तक पहुंच देना न केवल अव्यवहारिक है बल्कि गैरकानूनी और असंवैधानिक भी है। इससे कर्मचारियों और सरकार के बीच अविश्वास की स्थिति बन रही है। उन्होंने बताया कि 8 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव से मिले प्रतिनिधिमंडल को पुनर्विचार का आश्वासन दिया गया था, लेकिन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। बड़े आंदोलन की चेतावनी कर्मचारियों ने चेताया कि यदि 10 अगस्त तक इस निर्णय को रद्द नहीं किया गया तो तालमेल कमेटी की बैठक बुलाकर अगले चरण का बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस विरोध में रेगुलर, एनएचएम, एचकेआरएन समेत सभी वर्गों के कर्मचारियों ने एकजुट होकर हिस्सा लिया।
हिसार में जिओ फेंसिंग अटेंडेंस सिस्टम का विरोध:कर्मचारियों ने किया स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रदर्शन, एक घंटे तक रहा कामकाज ठप
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