आज सावन का आखिरी सोमवार है शिव मंदिरों में भोले शिव का जलाभिषेक करने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है. हरिद्वार में आधी रात से ही तमाम शिवालयों में भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई. भारी बारिश के बीच भी भगवान भोले के भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था.
हरिद्वार में देर रात से ही बारिश का दौर जारी रहा. जिसके बावजूद सुबह से कनखल स्थित भगवान दक्ष के मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में पहुंचने शुरू हो गये.
मान्यता है कि आज भगवान का दक्ष नगरी कनखल में वास समाप्त हो गया और वे आज कैलाश लौट जाएंगे. यही कारण है की आज के दिन हर कोई भोले को प्रसन्न करने के लिए जलाभिषेक करता है और अगले वर्ष दोबारा आने की मनोकामना के साथ विदा करता है.
दक्ष मंदिर में सुबह से लगा भक्तों का तांता
हरिद्वार में दक्ष नगरी कनखल भगवान शिव की ससुराल है. जहां भोले श्रावण के एक माह तक रहकर सत्ता का संचालन किया था. अपने जयमाता के घर आने की ख़ुशी में हर साल दक्ष मंदिर को भव्य रूप में सजाया जाता है. भक्त भी भगवान को भोले को प्रसन्न करने के लिए जलाभिषेक करने पहुंचते हैं.
मान्यता है कि इस समय सृष्टि का संचालन भगाएं शिव के हाथ में है. साढ़े तीन महीने जब भगवान विष्णु राजा बली के यहां चौकीदार के रूप में हैं तो भगवान शिव ही सत्ता का संचालन करते हैं और एक माह दिए गए वायदे के अनुसार दक्ष नगरी से ही सत्ता चलाते हैं.
आज से समाप्ति की ओर सावन माह
माना जाता है कि सावन का महीना शिव को खास प्रिय होता है इसलिए सावन में सोमवार को शिव की पूजा और जलाभिषेक करने से अनंत फल प्राप्त होता है. श्रद्धालु मानते हैं कि भगवान शंकर की ससुराल में जल चढ़ाने से पुण्य की प्राप्ति होती है, आज के दिन का विशेष महत्व होता है.
सावन के अंतिम सोमवार के साथ ही श्रावण मास भी अपने समाप्ति की ओर है. तमाम शिवालयों में आने वाले भक्तों की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने भी पुख्ता इंतजाम किए हैं.
Sawan Somvar 2025: हरिद्वार के दक्ष मंदिर में सावन के आखिरी सोमवार पर उमड़ा भक्तों का सैलाब, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
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