शहीदी दिवस कार्यक्रम में मर्यादा उल्लंघन पर मंत्री बैंस तलब:6 अगस्त को श्री अकाल तख्त पर देना होग जवाब; सार्वजनिक माफी मांग चुके

by Carbonmedia
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सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था श्री अकाल तख्त साहिब ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस को तलब किया है। उन्हें श्रीनगर में आयोजित एक विवादित कार्यक्रम में उनकी भूमिका को लेकर व्यक्तिगत रूप से पेश होकर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया गया है। उन्हें 6 अगस्त को श्री अकाल तख्त साहिब पर आने के लिए कहा गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पांच सिंह साहिबान की एक महत्वपूर्ण बैठक 6 अगस्त को सुबह 9 बजे बुलाई गई है, जिसकी अध्यक्षता कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज करेंगे। मंत्री बैंस को पहले भी समन भेजा गया था और 1 अगस्त को पेश होने को कहा था, लेकिन बैठक टल जाने के कारण अब उनहें 6 अगस्त को बुलाया गया है। मंत्री हरजोत सिंह बैंस को इस बैठक में स्वयं उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देना होगा। भाषा विभाग के निदेशक भी तलब इस मामले में पंजाब भाषा विभाग के निदेशक जसबंत सिंह जफर को भी तलब किया गया है, लेकिन वे 12 अगस्त तक विदेश में हैं। एक पारिवारिक विवाह समारोह के कारण उन्होंने बाद में पेश होने की मांग रखी है। जिसे स्वीकार कर लिया गया है और अब उन्हें अगली बैठक में पेश होने के लिए बुलाया जाएगा। मंत्री बैंस मांग चुके हैं माफी श्री अकाल तख्त साहिब से पहले समन मिलने के बाद मंत्री हरजोत बैंस ने सार्वजनिक रूप से अपनी गलती स्वीकार कर ली थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर गुरबाणी की एक पंक्ति साझा करते हुए माफी मांगी थी। बैंस ने लिखा था- हम तो हमेशा अपराध और भूल करने वाले हैं, लेकिन आप (हे प्रभु) हमेशा क्षमा करने वाले हैं। सिख परंपरा के विरुद्ध गतिविधियां हुईं यह विवाद उस समय उठा जब श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर श्रीनगर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सिख परंपरा के विरुद्ध गतिविधियां हुईं। यह कार्यक्रम पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग और भाषा विभाग की ओर से आयोजित किया गया था। इस मामले में श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और भाषा विभाग के डायरेक्टर सरदार जसवंत सिंह को 1 अगस्त 2025 को पांच सिंह साहिबान की विशेष बैठक में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। सिख परंपरा के विरुद्ध गतिविधियां हुईं यह विवाद उस समय उठा जब श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर श्रीनगर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सिख परंपरा के विरुद्ध गतिविधियां हुईं। यह कार्यक्रम पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग और भाषा विभाग की ओर से आयोजित किया गया था। इस मामले में श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और भाषा विभाग के डायरेक्टर सरदार जसवंत सिंह को 1 अगस्त 2025 को पांच सिंह साहिबान की विशेष बैठक में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। गलती के बाद भी नहीं दिया गया स्पष्टीकरण श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय के इंचार्ज सरदार बगीचा सिंह ने बताया कि दोनों अधिकारियों को आधिकारिक पत्र जारी कर पेश होने के लिए सूचित कर दिया गया है। जत्थेदार गड़गज ने इस बात पर चिंता जताई कि कई बार अवसर दिए जाने के बावजूद न तो मंत्री और न ही अधिकारी ने कोई स्पष्टीकरण दिया है और न ही सिख संगत से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों की समाज के प्रति नैतिक और धार्मिक जिम्मेदारी होती है और इस तरह के गंभीर मामलों में उनकी चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। शहीदी शताब्दी समारोह में नाच-गाने पर हुआ था विवाद जत्थेदार ने यह भी कहा कि यह पहली बार हुआ है जब किसी शहीदी शताब्दी समारोह की शुरुआत नाच-गाने और मनोरंजन के साथ की गई, जो सिख मर्यादा और भावनाओं के सर्वथा विपरीत है। उल्लेखनीय है कि इसी बैठक में पंजाबी गायक बीर सिंह का मामला भी विचाराधीन रहेगा, जिन्होंने पहले ही श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचकर अपना पक्ष रखा है और माफी मांगी है।

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