सोनीपत बीडीपीओ कार्यालय में पेंशन वेरिफिकेशन में घंटों इंतजार:गर्मी में हाल बेहाल; बैठने व पानी की नहीं सुविधा, महिला बोली- मर जाएं तो काम खत्म होगा

by Carbonmedia
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सोनीपत जिले में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत दस्तावेज़ सत्यापन (वेरिफिकेशन) की प्रक्रिया चल रही है और प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के कारण बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए परेशानी का कारण बन गई है। बीडीपीओ कार्यालयों पर सुबह से शाम तक कतार में खड़े लोग घंटों इंतजार करने के बावजूद जांच नहीं करा पा रहे हैं। न तो बैठने की व्यवस्था है और न ही पानी या पंखे जैसी बुनियादी सुविधाएं। यह हाल तब है जब विभाग ने इसे अंतिम मौका बताते हुए पत्र भेजे हैं और अदालत के आदेश का हवाला दिया है।वहीं कई लोग इतने लाचार नजर आए कि खुद चल भी नहीं सकते। लेकिन वेरिफिकेशन के नाम पर कोई भी मूलभूत व्यवस्था प्रशासन द्वारा नहीं की गई। गर्मी से लोगों का हाल बेहाल नजर आया। बीडीपीओ कार्यालय में लगी लंबी कतारें सोनीपत के बीडीपीओ कार्यालय पर दस्तावेज जांच के लिए उमड़ी भीड़ में बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांग लोग घंटों तक खड़े रहने को मजबूर रहे। सुबह 8 बजे पहुंचे लोग दोपहर बाद तक नंबर आने का इंतजार करते रहे। अव्यवस्थाओं से तंग लोगों ने नाराजगी जाहिर की। कई बुजुर्गों ने बताया कि वे ठीक से चल नहीं सकते, फिर भी उन्हें लाइन में लगना पड़ा। न पानी, न पंखा, न बैठने का इंतजाम, फर्श पर बैठे रहे बुजुर्ग वेरिफिकेशन स्थल पर न तो पीने के पानी की व्यवस्था थी और न ही गर्मी से राहत देने के लिए पंखा लगाया गया था। बुजुर्ग महिला और पुरुष जमीन पर ही बैठने को मजबूर दिखे। ठरु उलदेपुर की एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि सुबह 9:30 बजे पहुंची थीं, लेकिन दोपहर तक नंबर नहीं आया। दुखी होकर कहा, “अब तो लगता है मरने के बाद ही सुनवाई होगी।” गांव माहरा निवासी रामगोपाल की पुत्रवधू ने आरोप लगाया कि जो लोग असल में लाचार हैं, उनके काम में देरी की जा रही है, जबकि सक्षम और दो-दो पेंशन ले रहे लोगों की जांच नहीं की जा रही। उनका कहना था कि उनके ससुर ठीक से बैठ भी नहीं सकते, लेकिन उन्हें भी लाइन में लगना पड़ा। कोर्ट के आदेश के बाद अंतिम मौका, चार बार पहले लग चुके हैं शिविर समाज कल्याण विभाग ने जिन लाभार्थियों ने पहले लगे जांच शिविरों में दस्तावेज़ जमा नहीं किए थे, उन्हीं को इस बार बुलाया है। विभाग की ओर से भेजे गए पत्र में 6 अगस्त 2024 के पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला दिया गया है और इसे अंतिम मौका बताया गया है। पत्र के अनुसार, हर गांव और वार्ड में पहले चार बार शिविर लगाए जा चुके हैं। जांच स्थल निर्धारित विभाग ने स्पष्ट किया है कि केवल उन्हें ही वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया है, जिन्हें पत्र भेजे गए हैं। शहर के अंत्योदय भवन और एडीसी कार्यालय में नगर निगम क्षेत्र के लाभार्थियों की जांच हो रही है, जबकि सोनीपत ब्लॉक के लोगों के लिए बीडीपीओ कार्यालय में व्यवस्था की गई है।

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