फ्री में इस्तेमाल होने वाला WhatsApp आखिर पैसे कैसे कमाता है?

by Carbonmedia
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आज के दौर में शायद ही कोई ऐसा स्मार्टफोन यूजर होगा, जो WhatsApp का इस्तेमाल नहीं करता हो. मैसेज भेजने से लेकर वीडियो कॉल, फोटो शेयरिंग और यहां तक कि पेमेंट तक ये सब काम WhatsApp पर एकदम मुफ्त में हो जाते हैं. ऐसे में मन में एक सवाल उठना लाज़मी है कि जब WhatsApp यूजर्स से एक पैसा नहीं लेता, तो उसकी कमाई कहां से होती है?


असल में WhatsApp की कमाई का तरीका थोड़ा अलग है. भले ही आम यूजर्स को यह ऐप फ्री में मिलता है, लेकिन बिजनेस और कंपनियों के लिए यह कमाई का जरिया बन जाता है.


WhatsApp Business API से होती है बड़ी कमाई


WhatsApp ने छोटे और बड़े कारोबारियों के लिए एक खास सर्विस लॉन्च की है, जिसे कहते हैं WhatsApp Business API. इस सर्विस के जरिए कंपनियां अपने ग्राहकों से सीधे WhatsApp पर बात कर सकती हैं, जैसे ऑर्डर कन्फर्मेशन भेजना, कस्टमर सपोर्ट देना या ऑफर्स की जानकारी देना.


इस API का इस्तेमाल करने के लिए कंपनियों को प्रति मैसेज के हिसाब से भुगतान करना पड़ता है. यानि जितने ज्यादा मैसेज, उतनी ज्यादा कमाई WhatsApp की.


पेमेंट सर्विस से भविष्य की उम्मीद


भारत और ब्राज़ील जैसे देशों में WhatsApp ने पेमेंट फीचर भी शुरू किया है, जिससे यूजर्स एक-दूसरे को पैसे भेज सकते हैं। अभी तो ये सुविधा बिना किसी चार्ज के मिल रही है, लेकिन आगे चलकर WhatsApp इस सुविधा से भी **रेवेन्यू कमाने की योजना** बना सकता है, खासकर जब बिजनेस ट्रांजैक्शन बढ़ेंगे.


फेसबुक के साथ मिलकर ऐड्स से कमाई


WhatsApp पर सीधे विज्ञापन नहीं दिखते, लेकिन Meta (जो WhatsApp की मालिक कंपनी है) अपने दूसरे प्लेटफॉर्म जैसे Facebook और Instagram के जरिए WhatsApp से जोड़कर कमाई करती है. उदाहरण के लिए, फेसबुक पर अगर कोई ऐड दिखाई देता है और यूजर उस पर क्लिक करता है तो वह सीधे WhatsApp पर उस ब्रांड से बात कर सकता है. इस तरह ब्रांड्स को कस्टमर से जोड़ने का एक नया तरीका मिलता है, और Meta को उसका फायदा.


WhatsApp Business App की प्रीमियम सुविधाएं


छोटे कारोबारियों के लिए WhatsApp Business App फिलहाल फ्री है, लेकिन कंपनी इसमें कुछ प्रीमियम टूल्स और फीचर्स भी जोड़ रही है. आगे चलकर जब ये फीचर्स बड़े स्तर पर इस्तेमाल होंगे, तब WhatsApp इनसे भी पैसे कमा सकता है.


डेटा से मिलने वाले फायदे


WhatsApp अपने यूजर्स के चैट्स को एन्क्रिप्टेड रखता है यानी उनकी बातें कोई नहीं पढ़ सकता, लेकिन ऐप के इस्तेमाल से जुड़े कुछ डेटा जैसे किस तरह के फीचर्स का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है, कितनी बार इंटरैक्शन हो रहा है. इस तरह की जानकारियां Meta की विज्ञापन रणनीति को बेहतर बनाने में मदद करती हैं.

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