हिसार जिले में पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार किए गए तीन वकीलों को सोमवार को सीजेएम राजीव की कोर्ट से जमानत मिल गई। एडवोकेट रजत कलसन, प्रवेश महिपाल और दीपक सैनी को शनिवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। हांसी स्पेशल स्टाफ के प्रभारी एसआई रविकांत ने बताया कि नारनौंद थाने में रजत कल्सन के खिलाफ 29 जुलाई को दर्ज मामले में गिरफ्तारी बाकी थी। सूचना मिलने पर रात 10 बजे वे हिसार की पुरानी ऑटो मार्केट पहुंचे, जहां एक गाड़ी में तीन लोग शराब पी रहे थे। पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की पुलिस के अनुसार, ड्राइवर सीट पर बैठे रजत कल्सन को नारनौंद थाने के मामले का नोटिस देकर जांच में शामिल होने को कहा गया। इस पर कल्सन भड़क गया और ऊंची आवाज में धमकी देने लगा। उसने कहा, “तेरी हिम्मत कैसे हुई मुझे नोटिस देने की? पुलिस वालों को देख लूंगा। तेरे जैसे पुलिस वाले को इस्तगासों व मुकदमों से सबक सिखा रखा है।” एसआई हुए घायल आरोप है कि जब पुलिस ने कल्सन को पकड़ने की कोशिश की, तो उसके एक साथी ने गाड़ी चढ़ाने की धमकी दी। इस दौरान कल्सन और उसके दोनों साथियों ने धक्का-मुक्की कर भागने की कोशिश की, जिसमें एसआई रविकांत गिरकर घायल हो गए। बाद में नारनौंद थाना एसएचओ बलवान की टीम ने पीछा कर कल्सन को पकड़ लिया।
रिमांड के बाद भेजा था जेल उल्लेखनीय है कि नारनौंद थाने के मामले में कल्सन को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद हिसार पुलिस ने उसे इस नए मामले में गिरफ्तार किया था। एक दिन के पुलिस रिमांड के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। अब सोमवार को सीजेएम की अदालत से तीनों अधिवक्ताओं को जमानत मिल गई है।
हिसार ऑटो मार्केट प्रकरण में 3 वकीलों को जमानत:कलसन व अन्य पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला; नोटिस देख भड़के थे
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