मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार (4 अगस्त) को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा संचालित ‘माटी गणेश–सिद्ध गणेश’ अभियान का शुभारंभ किया.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भगवान गणेश के पूजन से व्यक्ति को ज्ञान, बुद्धि और रिद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है. भगवान गणेश सबके मनोरथ पूर्ण करें. कृपावंत भगवान का शुभाशीष हम सब पर बरसे और हमारे प्रदेश में सुख-समृद्धि का सतत् संचार हों.
आज मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद की पर्यावरण संरक्षण को समर्पित नवाचारी पहल ‘माटी गणेश, सिद्ध गणेश’ अभियान का शुभारंभ एवं पोस्टर का विमोचन किया।इस अभियान के माध्यम से प्रशिक्षित सखियों द्वारा ग्रामों में स्थानीय महिलाओं को प्रेरित-प्रशिक्षित कर भगवान श्री गणेश जी की 10 लाख मिट्टी… pic.twitter.com/m19WSuymns
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 4, 2025
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जन अभियान परिषद के पदाधिकारियों से कहा कि भगवान गणेश, नवरात्रि में मां दुर्गा और दीपावली पर्व पर महालक्ष्मी की प्रतिमाएं भी मिट्टी से ही निर्मित हो. इसके लिये जागरूकता अभियान भी चलाएं. उन्होंने कहा कि मिट्टी की प्रतिमाएं मिट्टी में ही समाहित हो जाती हैं, इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता.
गोबर से निर्मित गणेश प्रतिमाओं के उपयोग को करना है प्रोत्साहित
इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और गणेश चतुर्थी पर्व पर जन-जन को पवित्र माटी और गौमाता के गोबर से निर्मित गणेश प्रतिमाओं के उपयोग को प्रोत्साहित करना है, ताकि जल स्रोतों की स्वच्छता बनी रहे और प्राकृतिक संतुलन भी अक्षुण्ण रहे.
पर्यावरण संरक्षण की नवाचारी पहल
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अभियान में निहित संकल्पना पर केन्द्रित एक सचित्र पोस्टर का विमोचन भी किया. परिषद् द्वारा पर्यावरण संरक्षण की नवाचारी पहल करते हुए ‘माटी गणेश-सिद्ध गणेश अभियान चलाया जायेगा. इस अभियान में पर्यावरण हितैषी संस्थान नर्मदा समग्र द्वारा प्रशिक्षण के माध्यम से प्रदेश के सभी 313 विकासखण्ड में परिषद् के नेटवर्क से जुड़ी नवांकुर सखियों को प्रशिक्षित किया जायेगा.
प्रशिक्षित सखियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से अपने ग्रामों में स्थानीय महिलाओं को प्रेरित-प्रशिक्षित कर मिट्टी की 10 लाख गणेश प्रतिमाओं की घर-घर स्थापना करायी जायेगी. अभियान का लक्ष्य 10 लाख गणेश प्रतिमाओं का निर्माण कर 25 लाख लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करना है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अभियान के संकल्पना गीत एवं पोस्टर का विमोचन भी किया.
कार्यक्रम में मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर भी उपस्थित थे. सभी ने संकल्प लिया कि इस वर्ष घरों में केवल मिट्टी और गौमाता के गोबर से बनी गणेश प्रतिमाएं ही स्थापित की जाएंगी और इन प्रतिमाओं का विसर्जन भी नितांत प्राकृतिक तरीके से ही किया जाएगा.
मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के कार्यपालक निदेशक डॉ. बकुल लाड़ ने बताया कि परिषद् ने नर्मदा समग्र संस्था के साथ “माटी गणेश-सिद्ध गणेश” अभियान की नई पहल की है. परिषद् के प्रशिक्षित नेटवर्क द्वारा अपने ग्राम की महिलाओं को मिट्टी के गणेश भगवान की प्रतिमा बनाने के लिए प्रेरित और प्रशिक्षित किया जायेगा, जिससे ‘माटी गणेश-सिद्ध गणेश’ घर-घर विराजित और विसर्जित होंगे. इससे पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ेगी.