रूस के मास्को में 28 जुलाई को झील मेंडूबने से साईं ध्रुव कपूर की मौत हो गई थी।सोमवार को जब उसका शव के सनसिटीइलाके में पहुंचा तो सन्नाटा छा गया। कपूरपरिवार का इकलौता चिराग बुझ चुका था।ताबूत जैसे ही घर पहुंचा, मां-बाप की चीखेंगूंजने लगीं। पिता ताबूत को सीने से लगाए रोतेरहे, मां बेहोश होकर गिर पड़ीं और रिश्तेदारउन्हें संभालते रहे। उसकी मौत के बाद शव कोभारत लाना एक और संघर्ष था। जालंधर से अंतिम संस्कार में पहुंचे भाजपाएनआरआई सैल के गौरव लुथरा ने बताया किकैसे रूस में ध्रुव के दोस्तों से संपर्क करदस्तावेज मंगवाए गए और भारत से तत्कालकार्रवाई करके ताबूत घर पहुंचाया गया। भाजपा नेता परम वालिया ने परिवार की हर संभव मदद की। भाजपा नेता अनुज छाहड़िया ने भी पूर्वसांसद अविनाश राय के माध्यम से केंद्रसरकार तक आवाज उठाई थी। जिसके बादइनकी मेहनत की बदौलत परिवार को बेटे केअंतिम दीदार नसीब हो सके।
सात दिन बाद रूस से खन्नापहुंचा साईं ध्रुव का शव, नमआंखों से किया अंतिम संस्कार
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