यमुनानगर में हिमाचल के फार्मा कंपनी मालिक से धोखाधड़ी:केमिलक बेचने के नाम पर 7.56 लाख ठगे, राजस्थान से आ रहा था सामान

by Carbonmedia
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यमुनानगर में फार्मास्यूटिकल कंपनी चला रहे हिमाचल के बिजनेसमैन से साथ केमिकल खरीदने के नाम पर 7.56 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोपी के साथ फोन के माध्यम से केमिकल खरीदने को लेकर डील हुई थी, जोकि राजस्थान से ट्रक में जगाधरी पहुंचना था। काफी इंतजार के बाद भी जब ट्रक ड्राइवर सामान लेकर नहीं पहुंचा और उसका फोन नंबर भी बंद आया तो कंपनी के मालिक को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ और उसने साइबर थाने में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा कार्रवाई की मांग की। कास्टिक सोडा फ्लेक्स और सोडा ऐश लाइट खरीदने की हुई डील थाना साइबर में दी अपनी शिकायत में सूरज शर्मा निवासी बर्दी नगर थाना पांवटा साहिब जिला सिरमौर (हिमाचल प्रदेश) ने बताया कि वह फिलहाल लक्कड हारन स्ट्रीट जगाधरी में रहता है। उसकी यहां ओरगो फार्मा एंड फ्यूल्स एलएलपी नाम से फर्म है, जिसका एचडीएफसी बैंक में खाता है। 18 जुलाई को उसके फूफा डॉ. महेश शर्मा के पास इंडिया मार्ट उर्मी केमिकल्स कंपनी से फोन आया। उसके बाद उसकी खुद इसी मोबाइल नंबर पर अपने फोन से भी बात हुई। फोन पर सामने से सचिन सिंघानिया नाम के व्यक्ति से कास्टिक सोडा फ्लेक्स और सोडा ऐश लाइट की खरीद के बारे कहा। ड्राइवर ने कहा: वह अलवर पहुंच गया है, जल्द ही डिलीवरी हो जाएगी आरोपी के साथ उसकी वॉट्सऐप चेट और वॉट्सऐप कॉल पर भी कई बार बात हुई। 19 जुलाई को सचिन ने उसे वॉट्सऐप पर कास्टिक सोडा फ्लेक्स और सोडा ऐश लाइट खरीदने के लिए 7 लाख 19 हजार 800 रुपए कीमत बताई और ट्रक से यह समान भेजने का 36 हजार रूपए किराया अलग से बताया। आरोपी के कहने पर उसने 36 हजार रूपए उसे येस बैंक के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से डाल दिए। 21 जुलाई को उसकी फिर से आरोपी से बात हुई, जिसने कहा की हमारा ट्रक केमिकल लेकर अलवर पहुंच गया है। इस दौरान आरोपी ने उसे ट्रक के ड्राइवर का मोबाइल नंबर देकर उससे बात करने को कहा। गाड़ी एक्सीडेंट होने की कही बात, फिर फोन नहीं उठाया आरोपी के कहने पर उसने ट्रक ड्राइवर से बात की तो उसने भी यही बोला कि वह इस समय अलवर में है और जल्द ही उसके सामान की डिलीवरी हो जाएगी। इसी दिन उसने 7 लाख 19 हजार 800 रुपए आरटीजीएस के माध्यम से आरोपी के खाते में डाल दिए और अपने सामान का इंतजार करने लगा। काफी इंतजार करने पर भी जब सामान नहीं आया तो उसने ट्रक ड्राइवर से संपर्क किया। ड्राइवर ने बोला कि उसकी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया है। जब गाड़ी ठीक हो जाएगी वह सामान लेकर आ जाएगा। उसके बाद उसने उसका फोन उठाना बंद कर दिया। सामान नहीं पहुंचा तो ठगी का हुआ एहसास उसके बाद आज तक उसका सामान उसके पास नहीं पहुंचा। फिर उसे अपने साथ आरोपी द्वारा सामान भेजने के नाम पर 7 लाख 56 हजार 400 रुपए की धोखाधडी करने का एहसास हुआ, जिस पर उसने पुलिस में शिकायत दी। मामले में जांच अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि कंपनी के मालिक सूरज की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच जारी है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर रूपए की रिकवरी कराई जाएगी।

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