हरिद्वार के बहादराबाद क्षेत्र में स्थित मां गंगा मेटरनिटी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान दो महिलाओं की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया. बता दें कि परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था. साथ ही मामले में कार्रवाई की मांग की गई थी.
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह ने बताया कि जिलेभर में अवैध, बिना पंजीकरण और मानकों के विपरीत संचालित अस्पतालों पर लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है. अब तक 65 से अधिक अस्पतालों पर कार्रवाई हो चुकी है, जिनमें कई को नोटिस देकर बंद भी कराया गया है. स्वास्थ्य विभाग का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, ताकि मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने वालों पर नकेल कसी जा सके.
प्रबंधन के खिलाफ के दर्ज किये गए केस
बता दें कि, थाना बहादराबाद क्षेत्र के स्थित मां गंगा मैटरनिटी एंड आई केयर नर्सिंग होम को उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार के आदेश पर सील किया गया है. साथ ही परिजनों की तहरीर पर अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध दो मुकदमें दर्ज किए गए हैं.
सिजेरियन डिलीवरी के बाद बिगड़ी थी तबीयत
दरअसल, रविवार को नर्सिंग होम के चिकित्सकों ने दो प्रसूताओं की सिजेरियन डिलीवरी की. दोपहर बाद दोनों प्रसूताओं की तबीयत बिगड़ी और रविवार शाम के दौरान दोनों प्रसूताओं की मौत हुई. इनमें एक प्रसूता मीनाक्षी ननौता सहारनपुर, हाल निवासी शिवम विहार कॉलोनी सिडकुल हरिद्वार और दूसरी खुशबू पत्नी मोंटी नारसन मंगलौर हरिद्वार की निवासी. इस घटना के बाद अस्पताल का स्टाफ और चिकित्सक मौके से फरार हो गए.
CMO ने गठित की जांच कमेटी
सीएमओ का कहना है कि, जो घटना हुई वह बहुत दुखद है, इसके लिए हमने कमेटी गठित की है. एक नोडल अधिकारी है, एक सीएमओ है. इनकी रिपोर्ट सामने आती है हमारे द्वारा कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उनका कहना है कि लगभग 65 से ज्यादा अस्पतालों को बंद किया जा चुका है.
हरिद्वार में डिलीवरी के दौरान दो महिलाओं की मौत, गंगा मेटरनिटी अस्पताल को किया गया सील
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