गाजीपुर में इन दिनों गंगा के जलस्तर के बढ़ाव के चलते जन जीवन काफी कष्टमय हो गया है, लोग अपनी जान हथेली पर लेकर आवागमन करने को मजबूर हैं. गाजीपुर के रेवतीपुर ब्लॉक के कई गांव जो पानी से पूरी तरह से घिर चुके हैं और उनके आने-जाने के लिए नाव का ही एकमात्र सहारा बचा है. बारिश के बाद बने हालातों से किसान और ग्रामीण काफी परेशान नजर आ रहे हैं.
रेवतीपुर गांव के किसानों ने बताया कि, उनकी सैकड़ो एकड़ की फसल पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी है. हालांकि यह समस्या उन्हें हर साल झेलना पड़ता है लेकिन इस बार यह समस्या करीब एक महीना पहले आ गई है. इस वजह से इन लोगों को दिक्कतें आ रही है.
हालांकि जिला प्रशासन की तरफ से बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भेजने का दावा किया जा रहा है लेकिन ग्रामीणों तक अभी यह सामग्री नहीं पहुंच नहीं पाई है. रेवतीपुर गांव काफी पशुपालक भी रहते हैं, जिनका स्थान पानी से घिर जाने के कारण अब वह सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए हैं. साथ ही गांव के खाली स्थान पर भारी संख्या में पशुपालक अपने पशुओं के लिए चारा और अन्य सामानों की व्यवस्था कर उनकी सुरक्षा में लगे हुए हैं.
डीएम ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का किया दौरा
बता दें कि, जनपद की पांच तहसील के करीब 54 गांव में बाढ़ का पानी भर गया है, इनमें से 20 गांव ऐसे हैं जो पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं. जब इन गांवों के बारे में जिलाधिकारी को जानकारी हुई तो वह खुद रेवतीपुर ब्लाक पहुंचकर लोगों से बातचीत की.
पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाने के निर्देश
उन्होने पीड़ित लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने के साथ ही बाल शरणालय और बाढ़ चौकिया को एक्टिव करने का निर्देश दिया. इस दौरान जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक बाढ़ पीड़ितों के लिए बांटे जाने वाले राहत सामग्री का भी भौतिक सत्यापन किया की जो भी सामग्री वितरित की जाएगी उसकी क्वालिटी क्या है.
गाजीपुर न्यूजः रेवतीपुर ब्लॉक के कई गांव जलमग्न, बाढ़ ने ग्रामीणों और किसानों की परेशानी
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