Aligarh Corona Cases: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में कोरोना का पहला मरीज मिलने हड़कंप मच गया है. जिसके बाद जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है. इस मरीज को दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसकी हालत फ़िलहाल स्थिर बताई जा रही है. कोरोना की इस नई लहर को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों ने अपनी गाइडलाइन्स पहले ही जारी कर दी थीं, जिनका पालन अब सख्ती से किया जा रहा है.
जिला स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सोहेल अंसारी ने कहा कि ”सरकार की ओर से जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन अलीगढ़ जिले में पूरी गंभीरता से किया जा रहा है. जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज पाया गया है, जिसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया है. उसकी हालत अभी खतरे से बाहर है. कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के बीच राज्य के सभी जिलों को सतर्क रहने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
कोरोना के मरीज की हालत स्थिर
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक संक्रमित मरीज में कोरोना के प्रारंभिक लक्षण पाए गए थे. बुखार, गले में खराश और सांस लेने में परेशानी के बाद उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इलाज शुरू कर दिया गया है. डॉ. सोहेल ने कहा कि मरीज की हालत नियंत्रण में है. उसकी निगरानी की जा रही है. प्राथमिक जांच के बाद मरीज के संपर्क में आए लोगों की भी पहचान की जा रही है ताकि संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ा जा सके.
अलीगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने जिले की प्रमुख जांच प्रयोगशालाओं जेएन मेडिकल कॉलेज और दीनदयाल अस्पताल की लैब को अलर्ट कर दिया है. इन दोनों केंद्रों को तेजी से जांच और रिपोर्टिंग के निर्देश दिए गए हैं. जिले की सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य संस्थाओं को निर्देशित किया गया है कि किसी भी संदिग्ध मरीज की तत्काल जांच की जाए और आवश्यक उपचार की व्यवस्था की जाए. कोरोना नमूनों को लखनऊ की प्रयोगशालाओं में भेजा जा रहा है और स्थानीय स्तर पर भी जांच सुविधाओं को बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
डॉ. अंसारी ने कहा कि जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को आदेशित किया गया है कि वे संदिग्ध लक्षण वाले व्यक्तियों की तत्काल जांच करें. इसके लिए कोरोना की जांच किट पहले ही उपलब्ध करा दी गई हैं. हमारा उद्देश्य यह है कि संक्रमित व्यक्ति का जल्द से जल्द उपचार हो सके और संक्रमण फैलने से रोका जा सके. जिले के सभी अस्पतालों, चाहे सरकारी हों या निजी, को अलर्ट किया गया है. ताकि कोरोना के हालात को संभाला जा सके.
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