Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर में नववर्तीय बच्ची की हुई रेप और उसके बाद पटना पीएमसीएच में मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. विपक्ष लगातार सरकार को आड़े हाथों ले रहा है. कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर राज्यपाल तक आंदोलन में जुट गई है. वहीं अब एनडीए में शामिल चिराग पासवान भी नीतीश सरकार से पिता को याद दिलाने और रेपिस्ट सहित पीएमसीएच के डॉक्टर कर्मचारियों को अपराध की श्रेणी में की मांग किया है. साथ ही उन्होंने यह भी चिराग पासवान ने बुधवार (4 जून) एक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा है.
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपनी चिट्ठी में लिखा, “26 में को मुजफ्फरपुर के करनी में 9 वर्षीय दलित बालिका के साथ गैंगरेप और फिर निस्संध हत्या का प्रयास की घटना संपूर्ण व्यवहार को जज को दिया है. यह घटना केवल मासूम जीवन की बार बार हत्या है बल्कि ही नहीं है बल्कि हमारे राज्य की कानून व्यवस्था सामाजिक चेतना और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली का गहन सफलता भी है को कभी उजागर करती है.”
आगे उन्होंने लिखा, “पिता ने 6 दिनों तक जीवन के लिए संघर्ष किया है किंतु 1 जून को पीएम पटना के पीएमसीएच में उसमें दम तोड़ दिया और दुर्भाग्य बस बच्ची को अस्पताल में भर्ती करने के लिए लगातार 6 घंटे तक उसे एंबुलेंस में ही तड़पते हुए इंतजार करवाया गया.”
’ये मानवता के खिलाफ अपराध'
उन्होंने आगे लिखा, “जिद दरिंदों ने उसे मासूम बच्ची की गैंगरेप किया वह जितने दोषी हैं उतने ही दोषी अस्पताल के डॉक्टर और प्रशासनिक स्टाफ भी हैं, जिन्होंने बच्ची को बचाने के लिए जरूरी उपचार देने के बजाय उन्हें एंबुलेंस में ही छोड़ दिया. उसके इलाज में अमूल समय गवा दिया केवल लापरवाही नहीं बल्कि मानवता के विरुद्ध अपराध है.”
’ये बर्दाश्त नहीं'
चिराग पासवान ने आखिर में ये भी लिखा “हमारी पार्टी के प्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवार से मिलकर हर समय हमने दिलाने का भरोसा दिला चुके हैं लेकिन जब तक शासन और प्रशासन दोनों स्तरों पर इस घटना से जुड़ी हर दोषी पर सख्त और पारदर्शिक कार्रवाई नहीं होती है तब तक न्याय अधूरा है और यह अस्वीकार रहेगा.”