भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) में पंजाब के विरोध के बीच केंद्र सरकार ने CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) की तैनाती की तैयारी शुरू कर दी है। CISF की एक टीम जल्द ही नंगल का दौरा करेगी। इस टीम का नेतृत्व IG स्तर के अधिकारी करेंगे। इस दौरान जवानों के ठहरने के लिए तैयार किए जा रहे आवासों का निरीक्षण किया जाएगा। नंगल डैम से हरियाणा को पानी की आपूर्ति होती है। पंजाब सरकार का कहना है कि जब वर्षों से पंजाब पुलिस नि:शुल्क सुरक्षा दे रही है, तो फिर CISF की तैनाती की आवश्यकता क्यों पड़ी। राज्य सरकार ने यह तक आरोप लगाए कि केंद्र सरकार “पानी चोरी कर हरियाणा को देने की कोशिश कर रही है।” प्रोजेक्ट में पंजाब, हिमाचल, हरियाणा और राजस्थान हिस्सेदार हैं। प्रोजेक्ट का 60 फीसदी खर्च पंजाब उठाता है। जबकि अन्य खर्च तीन राज्य उठाते हैं। मई महीने में हो गई थी तैयारी मई महीने में पंजाब और हरियाणा के बीच पानी के बंटवारे को लेकर विवाद गहराया था। इसी दौरान BBMB के चेयरमैन का नंगल में आम आदमी पार्टी समर्थकों ने घेराव किया था और अधिकारियों को पानी छोड़ने से तक रोक दिया गया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने CISF तैनाती को लेकर आदेश जारी किए थे। हालांकि, CISF की तैनाती को पंजाब में कांग्रेस सरकार के दौरान वर्ष 2021 में मंजूरी दी गई थी। इसके तहत पंजाब सरकार से 8.5 करोड़ रुपए जमा करवाने को कहा गया था, लेकिन उस समय सरकार ने इस प्रक्रिया से पीछे हटने का फैसला लिया था। वहीं, 25 जुलाई को BBMB ने खुद 8.5 करोड़ रुपये केंद्र सरकार को जमा करवा दिए, जिसके बाद तैनाती की प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई। नंगल में तैनात होंगे 142 CISF कर्मी: CISF की जो टुकड़ी तैनात की जानी है, उसमें कुल 142 सुरक्षाकर्मी शामिल होंगे, जिनमें: फिलहाल तैनात है हिमाचल व पंजाब पुलिस: वर्तमान में BBMB की परियोजनाओं की सुरक्षा हिमाचल और पंजाब पुलिस के हवाले है। भाखड़ा और पौंग डैम में हिमाचल पुलिस तैनात है, जबकि नंगल डैम, तलवाड़ा और तलवाड़ा टाउनशिप की सुरक्षा पंजाब पुलिस संभाल रही है।
BBMB में सीआईएसएफ तैनाती की तैयारी:11-12 को आईजी करेंगे नंगल का दौरा; पानी के बंटवारे को लेकर हरियाणा-पंजाब में विवाद,राजस्थान भी हिस्सेदार
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