कैथल में कलायत के किसान नहर के पानी का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। धान की पौध नर्सरी में पानी की कमी से खराब हो रही है। इससे धान की रोपाई और अन्य फसलों की बुवाई समय पर करना मुश्किल हो गया है। पिछली बार सिरसा ब्रांच नहर में 42 दिन बाद केवल नाममात्र का पानी आया था। सिंचाई विभाग ने इसका कारण पंजाब के साथ जल समझौते में खींचतान बताया था। इस वजह से क्षेत्र के लोगों को पीने का पानी और किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पाया। 24 जून को सिरसा ब्रांच नहर में छूटेगा पानी सिंचाई विभाग के उप मंडल अभियंता अखिल कौशिक ने बताया कि 24 जून को सिरसा ब्रांच नहर में पानी छोड़ा जाएगा। कुरुक्षेत्र के बुधेड़ा पॉन्ड में पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध है। किसानों को 25 जून से पानी मिलना शुरू हो जाएगा। विभाग के उप मंडल अभियंता अखिल कौशिक ने कहा कि ड्रेनों, माइनरों और डिस्टीब्यूट्री की सफाई के लिए पंचायती राज विभाग से 14 हजार मनरेगा मजदूरों की मांग की है। जिला उपायुक्त और सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने सफाई कार्य को 16 जून तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है वहीं दुर्गम स्थानों पर जहां मैनुअल सफाई जोखिम भरी है, वहां मशीनों से काम कराया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अभियंता कौशिक के अनुसार ड्रेनों की सफाई से बारिश का पानी बिना रुकावट बह सकेगा। इससे जल जमाव की समस्या नहीं होगी। साफ ड्रेनेज सिस्टम से क्षेत्र में स्वच्छता बनी रहेगी। मानसून से पहले होगी नालियों और ड्रेनों की सफाई सिंचाई विभाग ने जल निकासी और सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए विस्तृत योजना बनाई है। मानसून से पहले नालियों और ड्रेनों में जमा गंदगी और कचरे को हटाया जाएगा। इस काम को युद्ध स्तर पर पूरा किया जाएगा, ताकि बरसात के मौसम में क्षेत्र वासियों को जल भराव का सामना न करना पड़े।
कैथल में सफल पर सूखे का संकट:पानी न मिलने से धान की रोपाई में देरी, अभियंता बोले-24 को आएगा नहर में पानी
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