सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली के पिता पृथ्वीराज पनोली ने अपनी बेटी के मामले को लेकर समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत की. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी टिप्पणी, कॉलेज सस्पेंशन और कानूनी लड़ाई पर खुलकर बात की. पृथ्वीराज ने कहा कि वे इस मामले को पूरी तरह कानूनी तरीके से लड़ रहे हैं.
उन्होंने बताया कि शर्मिष्ठा को उनके कॉलेज, सेबेस्टा ने सस्पेंड कर दिया है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हुई है. उनके एक-दो एग्जाम छूट गए, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि लॉ कॉलेज उनकी मदद करेगा. शर्मिष्ठा की इंटर्नशिप चल रही है और सस्पेंशन का उस पर कोई असर नहीं पड़ा.
उन्होंने कहा कि उन्हें शर्मिष्ठा की सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में पहले ज्यादा जानकारी नहीं थी. वे कोलकाता में रहते हैं, जबकि शर्मिष्ठा पुणे में. उन्होंने बताया, ‘मैं इंस्टाग्राम पर सक्रिय नहीं हूं. मैं पुराने विचारों का हूं, इसलिए मुझे उनकी पोस्ट पसंद नहीं आई, लेकिन बेटी ने समझाया कि उसके फॉलोअर्स ऐसी भाषा पसंद करते हैं.'
उन्होंने कहा कि कंगना रनौत के एक इंटरव्यू में भी आजकल के बच्चों की ऐसी भाषा के बारे में अपनी टिप्पणी की थी. पृथ्वीराज ने बताया कि उन्हें शर्मिष्ठा की ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी टिप्पणी के बारे में बाद में पता चला. जब तक उन्हें जानकारी मिली, पोस्ट वायरल हो चुकी थी.
पृथ्वीराज पनोली ने कहा, ‘शर्मिष्ठा ने जो शब्द इस्तेमाल किए, उसे उनका मतलब नहीं पता था. उसने सोशल मीडिया से देखकर, पाकिस्तानी और भारतीय सैनिकों को गाली देने वाली बातें मिलाकर पोस्ट कर दिया. उसे सोच-समझकर पोस्ट करना चाहिए था, ताकि यह समस्या न आती. शर्मिष्ठा गर्वित हिंदू है और मां सरस्वती व लक्ष्मी की पूजा करती हैं. परिवार हाल ही में भूटान के दुर्गा मंदिर गया था.'
शर्मिष्ठा के पिता ने बताया, ‘पिछले तीन-चार दिनों में हमें 50 से ज्यादा हिंदू संगठनों के फोन आए. कई लोग जेल में शर्मिष्ठा से मिलने की कोशिश कर चुके हैं. हमें उनके समर्थन की पूरी जानकारी है.’ उन्होंने कहा कि वे इसे राजनीतिक नहीं करना चाहते, लेकिन हिंदू संगठनों के समर्थन के लिए आभारी हैं.
पृथ्वीराज ने स्पष्ट किया कि उनकी लड़ाई पूरी तरह कानूनी है. उन्होंने कहा, हम किसी राजनीतिक समर्थन की उम्मीद नहीं कर रहे. हम वकीलों की सलाह से आगे बढ़ेंगे’.
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली को गुरुवार को कलकत्ता हाईकोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है. जस्टिस राजा बसु ने उन्हें जमानत दी है. साथ ही, शर्मिष्ठा पर कई तरह की शर्तें भी लगाई गई हैं, जिन्हें वह मानने के लिए बाध्य रहेंगी.