सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली-एनसीआर में स्ट्रे डॉग्स (आवारा कुत्तों) को पकड़कर शेल्टर होम भेजने के फैसले के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के डॉग लवर्स सड़कों पर उतर आए. बिसरख थाना क्षेत्र स्थित गौर सिटी मॉल के बाहर सैकड़ों की संख्या में डॉग लवर्स ने हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर जोरदार नारेबाजी की और We Want Justice के नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय न केवल अमानवीय है बल्कि कुत्तों के प्राकृतिक अधिकारों का भी हनन करता है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उठाए सवाल,डॉग लवर्स ने स्पष्ट रूप से कहा कि स्ट्रे डॉग्स को शेल्टर होम में डालने का फैसला विचारहीन और जल्दबाजी में लिया गया निर्णय है. उनका सवाल है कि इन शेल्टर होम्स की हालत दयनीय है और वहां पर्याप्त सुविधाएं भी मौजूद नहीं हैं. ऐसे में हजारों कुत्तों को वहां भेजना उनके जीवन के साथ खिलवाड़ है. प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि पहले शेल्टर होम्स की संख्या और गुणवत्ता में सुधार किया जाना चाहिए, उसके बाद ही इस तरह का कोई कदम उठाया जाए.
खुले में रहने का है अधिकार
लोगों का कहना है कि स्ट्रे डॉग्स हमारे पर्यावरण और समाज का हिस्सा हैं. वे प्रकृति की देन हैं और उन्हें खुले में रहने का अधिकार है. इन्हें जबरन शेल्टर होम्स में बंद करना उनकी आज़ादी छीनने जैसा है. डॉग लवर्स का यह भी कहना है कि कुत्ते समाज और इंसानों के साथी हैं, इसलिए उन्हें जबरदस्ती हटाना मानवीय मूल्यों के खिलाफ है.
नोएडा के अपर आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाने वाली गाजियाबाद के जीएसटी में तैनात महिला अधिकारी निलंबित
लगातार जारी रहेगा विरोध
डॉग लवर्स ने यह भी ऐलान किया कि अगर सुप्रीम कोर्ट अपना निर्णय वापस नहीं लेता तो विरोध और अधिक तेज़ किया जाएगा. उनका साफ कहना है कि यह आंदोलन केवल कुत्तों के लिए नहीं बल्कि इंसानियत और करुणा के लिए भी है.इस पूरे मामले ने एक बार फिर स्ट्रे डॉग्स की सुरक्षा, शेल्टर होम्स की स्थिति और इंसान-पशु सहअस्तित्व पर गहन बहस छेड़ दी है. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सरकार और सुप्रीम कोर्ट मिलकर ऐसा समाधान निकालें जिससे इंसानों और जानवरों, दोनों के अधिकार सुरक्षित रह सकें.
ग्रेटर नोएडा में गौर सिटी मॉल के बाहर डॉग लवर्स का जोरदार प्रदर्शन, लगाए नारे
3