Sukhvinder Singh Sukhu: हिमाचल के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गगरेट दौरे के दौरान शनिवार को क्षेत्रवासियों को करोड़ों रुपये की सौगातें दीं और बीजेपी की पूर्व डबल इंजन सरकार पर जमकर हमला किया. मुख्यमंत्री ने गगरेट के विधायक राकेश कालिया की मांगों को पूरा करने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व डबल इंजन सरकार ने प्रदेश की आर्थिक स्थिति का बेड़ा गर्क कर दिया.
सीएम ने कहा कि हमारी सरकार आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने के लिए दिन-रात काम कर रही है, लेकिन बीजेपी ने फिर से सत्ता में आने के लिए चुनाव से छह महीने पहले जो 5000 करोड़ रुपये की रेवड़ियां बांटी, उनकी भरपाई करना मुश्किल हो रहा है. मैंने सरकार बनने पर मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही भ्रष्ट व्यवस्था की कमर तोड़ने का संकल्प लिया और बीते ढाई साल में उसमें कामयाब भी रहे हैं.
सीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार के चोर दरवाजों को बंद कर हमने अब तक तीन हजार करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त राजस्व कमाया है. इस राशि को हम जनहित की योजनाएं लागू कर जनता में बांट रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने राकेश कालिया की तारीफ करते हुए कहा कि उनका पूरा ध्यान विधानसभा क्षेत्र के कामों को करवाने पर रहता है. उन्हें किसी पद की लालसा नहीं है. कालिया और मैं 4-4 बार के विधायक हैं. मैं मुख्यमंत्री बन गया और मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री हैं. हम तीनों पहली बार एक साथ ही विधायक बने थे.
बीते विधानसभा चुनाव में राजनीतिक षड्यंत्र के तहत राकेश कालिया का टिकट कट गया था, लेकिन मां चिंतपूर्णी का उन पर पूरा आशीर्वाद था. गगरेट की जनता ने जिसे बीते चुनाव में चुनकर भेजा था वह राजनीतिक मंडी में बिक गया. जिससे यहां उपचुनाव हुआ और राकेश कालिया मां चिंतपूर्णी व जनआशीर्वाद से विधायक बने.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कालिया क्षेत्र के विकास के लिए संजीदगी के साथ कार्य कर रहे हैं. उपचुनाव के दौरान मैंने गगरेट की जनता से अपील की थी कि राकेश कालिया को विधायक बनाइए, क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं रखी जाएगी. मां चिंतपूर्णी के आशीर्वाद से कांग्रेस के टिकट पर राकेश कालिया फिर से विधायक चुने गए हैं.
उन्होंने कहा कि पूर्व बीजेपी सरकार ने करोड़ों रुपये का टैक्स भरने वालों को भी मुफ्त बिजली-पानी की रेवड़ियां बांटी, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा. हमने गरीबों के लिए तीन मीटर तक भी 125 यूनिट बिजली फ्री रखी है. बीजेपी इस समय प्रदेश में 5 गुटों में बंटी हुई है. उसके नेताओं में अपनी डफली,अपना राग वाली स्थिति है.