पंजाब के सबसे बड़े गांव और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पैतृक गांव बठिंडा जिले के मेहराज में लोग गांव की सीवरेज व्यवस्था से परेशान हैं। यह कांग्रेस सरकार के समय स्थापित की गई थी, अब पूरी तरह से बंद पड़ी है। गलियों में घुटनों तक सीवर का पानी भरा रहता है। स्थानीय निवासियों को रोजाना इस गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। महिलाओं को अपने छोटे बच्चों को स्कूल ले जाने और वापस लाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। 9 पंचायतें, 13 पार्षद और एक ग्राम पंचायत गांव में 9 पंचायतें, 13 पार्षद और एक ग्राम पंचायत है। लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि इस समस्या का समाधान करने के लिए आगे नहीं आ रहा है। स्थानीय प्रशासन की उदासीनता से लोग परेशान हैं। ग्राम पंचायत कांग्रेस की है, जिसके कारण वर्तमान सरकार की ओर से भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। सीवरेज की समस्या परेशान लोग मीडिया से बातचीत में स्थानीय लोगों ने बताया कि पंजाब के सबसे बड़े गांव का गौरव प्राप्त होने के बावजूद, यहां के लोगों को इतनी बुनियादी समस्या से जूझना पड़ रहा है। सीवरेज की इस समस्या ने गांव के लोगों के दैनिक जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। गांव की हालत से रिश्ते हो रहे खराब हम नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं क्योंकि सरकार या प्रशासन सो रहा है और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस समस्या से हमें कब निजात मिलेगी, हमारी सरकार से विनती है कि इस ओर ध्यान दें क्योंकि घरों में गंदा पानी घुस गया है, जिसके कारण रिश्तेदार भी आने से कतराने लगे हैं और हमारे रिश्ते भी खराब हो रहे हैं। कोर्ट भी जा चुके हैं ग्रामीण ग्राम पंचायत प्रधान गुरप्रीत सिंह बीरा का कहना है कि हम इस मामले में बार-बार प्रशासन और विधायक से मिल चुके हैं, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। इस मामले को लेकर हम कोर्ट भी गए थे, जहां से अब प्रशासन को आदेश मिले हैं कि काम को अलग-अलग बांटा जाए ताकि लोगों को परेशानी न हो और काम भी जल्द शुरू हो जाए। डिप्टी कमिश्नर शौकत अहमद परे ने कहा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाट की सफाई चल रही थी जल्द इस समस्या को दूर किया जाएगा।
पूर्व CM अमरिंदर के पैतृक गांव में सीवरेज की समस्या:बठिंडा में गलियों में घुटने तक गंदा पानी; डिप्टी कमिश्नर बोले-सफाई का काम चल रहा
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